कालाग्नि एक दिव्य ज्वाला जो भगवान शिव के मुख से प्रकट हुई थी, सृष्टि के संहार और सृजन दोनो से जुड़ी है ये दिव्य ज्वाला

कालाग्नि

भगवान शिव की एक अद्भुत और विनाशकारी शक्ति है उनके मुख से प्रकट हुई भयंकर ज्वाला, जिसे कालाग्नि के नाम से जाना जाता है। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शक्तिशाली पौराणिक घटना है, लेकिन यह ज्वाला क्यों प्रकट हुई और इसके अन्य पहलू क्या हैं, यह जानना बेहद रोचक है। भगवान शिव को संहारक के … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 56 Shloka 56 | गीता अध्याय 2 श्लोक 56 अर्थ सहित | दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः सुखेषु विगतस्पृहः…..

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श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 56 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 56 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता का श्लोक 2.56(Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 56) जीवन की गहरी सच्चाइयों और मनुष्य के भीतर मौजूद दिव्य चेतना को समझने का मार्गदर्शन करता है। भगवान श्रीकृष्ण ने इस श्लोक में एक ऐसे मुनि का वर्णन किया है, जो जीवन … Read more

Mahabharat: शिखंडी कैसे बना एक स्त्री से पुरुष? क्यों लेना चाहता था वह भीष्म पितामह से बदला?

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महाभारत के प्रसिद्ध पात्र शिखंडी का जीवन स्त्री से पुरुष बनने की यात्रा का प्रतीक है, जो उन्होंने कौरवों और पांडवों के बीच धर्मयुद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अपनाई। कथा के अनुसार, शिखंडी कुछ समय तक स्त्री के शरीर में रहे और बाद में पूरी तरह पुरुष बन गए। महाभारत में भीष्म पितामह … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 55 Shloka 55 | गीता अध्याय 2 श्लोक 55 अर्थ सहित | प्रजहाति यदा कामान्सर्वान्पार्थ…..

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 55 – गीता अध्याय 2 श्लोक 55 अर्थ सहित - प्रजहाति यदा कामान्सर्वान्पार्थ.....| Festivalhindu.com

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 55 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 55 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय संस्कृति और दर्शन का वह अनमोल ग्रंथ है जो जीवन के हर पहलू पर गहन मार्गदर्शन प्रदान करता है। गीता का हर श्लोक अपने भीतर अद्भुत ज्ञान और चेतना समेटे हुए है। श्लोक 2.55 (Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka … Read more

क्यों धारण किया था हनुमान जी ने शेर का रूप? जाने इसके पीछे की पौराणिक कथा

हनुमान जी

हनुमान जी वानर रूप में अत्यंत शक्तिशाली और पराक्रमी हैं, लेकिन एक बार उन्होंने अपने वानर स्वरूप से भी अधिक बलशाली और भयंकर शेर का रूप धारण किया था। यह जानना रोचक है कि उन्होंने ऐसा कब और किस उद्देश्य से किया। हनुमान जी से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन उनमें शायद ही … Read more

Bahula Chauth Katha:जाने बहुलावन से जुड़े भगवान श्री कृष्ण और गाय की कथा

बहुलावन

Last Updated: 24 July 2025 Bahulavan Ki Katha : ब्रज मण्डल का बहुलावन एक अत्यंत रमणीय और आकर्षक वन है, जिसे वृंदावन के बारह प्रमुख वनों में पंचवां स्थान प्राप्त है। यह पवित्र वन मथुरा से पश्चिम में सात मील की दूरी पर, राधाकुंड और वृंदावन के मध्य स्थित है। वर्तमान समय में इसे “वाटी” … Read more

Janaki Jayanti 2025 Tithi,Katha,Puja Vidhi: जानकी जयंती 2025 में कब है, जाने तिथि और माता जानकी के जन्म की कथा

सीता अष्टमी

माता सीता रामायण के प्रमुख पात्रों में से एक हैं और भगवान राम की पत्नी के रूप में जानी जाती हैं। भगवान राम के साथ माता सीता की भी पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। फाल्गुन मास में मनाई जाने वाली जानकी जयंती पूरी तरह माता सीता को समर्पित होती है। इसे सीता अष्टमी के नाम … Read more

Gita Jayanti 2024: इसी तिथि पर हुआ था 5 हजार 161 साल पहले भगवद गीता का जन्म, जाने पूजा की सही तिथि

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धर्म ग्रंथों के अनुसार, मार्गशीर्ष (अगहन) माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का दिव्य ज्ञान प्रदान किया था। यह दिन सनातन धर्म के लिए अत्यंत पवित्र है, क्योंकि इसे श्रीमद्भगवद्गीता के अवतरण का दिन माना जाता है। गीता जयंती 2024 में यह शुभ तिथि 11 दिसंबर को … Read more

Vivah Panchami Vrat Katha 2024: विवाह पंचमी के दिन श्री राम-सीता की इस व्रत कथा को पढ़ने से मिलेगा अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद

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हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान श्रीराम और माता सीता का पावन विवाह संपन्न हुआ था। यह दिव्य विवाह सनातन धर्म के सबसे पवित्र और आदर्श दांपत्य जीवन का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को विवाह पंचमी के रूप में पूरे विधि-विधान से मनाया जाता है। … Read more

Shabari Jayanti 2025 Tithi,Mahatva:कब है शबरी जयंती 2025, जाने कहां है शबरी माता का आश्रम जहां आज भी होती है उनकी पूजा

शबरी माता

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष फाल्गुन माह की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती का पर्व मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्री राम की परम भक्त माता शबरी को समर्पित है। शबरी जयंती उनके निस्वार्थ भक्ति भाव और श्रद्धा का प्रतीक है। इस दिन भक्त माता शबरी की पूजा-अर्चना करते हैं। धार्मिक मान्यता के … Read more