Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 66 Shloka 66 | गीता अध्याय 2 श्लोक 66 अर्थ सहित | प्रसादे सर्वदुःखानां हानिरस्योपजायते
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 66 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 66 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोक 2.66 में भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन के एक गहन सत्य का वर्णन किया है। यह श्लोक जीवन की स्थिरता, शांति, और सुख के बीच के संबंध को स्पष्ट करता है। श्रीकृष्ण ने इस श्लोक के माध्यम से समझाया … Read more