Somvati Amavasya 2024: 30 या 31 दिसंबर कब है साल की आखिरी अमावस्या? पितरों की आत्मा की शांति के लिए पढ़े ये पाठ

Somvati Amavasya 2024

अमावस्या तिथि हर माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि होती है, जिस दिन चंद्रमा आकाश में नजर नहीं आता। हिंदू धर्म में इस तिथि का अत्यधिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। अमावस्या तिथि हर माह के कृष्ण … Read more

December Pradosh Vrat 2024: साल के आखिरी प्रदोष व्रत पर बन रहा है ये शुभ योग, महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए जरूर करें ये काम

प्रदोष व्रत

हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत रखा जाता है, जो देवों के देव भगवान शिव को समर्पित है। इस व्रत में भगवान शिव की आराधना करने से साधक की सभी समस्याएं समाप्त होती हैं और उसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माना जाता है कि प्रदोष व्रत विशेष रूप से … Read more

December Ekadashi 2024: साल 2024 की आखिरी एकादशी कब है? इस विधि से करें पूजा, मिलेगी हर काम में सफलता

सफला एकादशी 2024

एकादशी व्रत हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाता है, जो हर माह में दो बार आती हैं। साल में 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है, जो सभी भगवान विष्णु को समर्पित है। एकादशी व्रत हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाता … Read more

Bhanu Saptami 2024: 21 या 22 कब है भानु सप्तमी? जानिए सही तिथि और पूजा विधि

भानु सप्तमी 2024

सनातन धर्म में सप्तमी तिथि का विशेष महत्व होता है। जब सप्तमी तिथि रविवार के दिन आती है, तो इसे भानु सप्तमी कहा जाता है। सूर्य देव की पूजा करने वाले भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत पावन माना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में दो बार सप्तमी तिथि आती है, लेकिन … Read more

Rameshwaram Temple: रामेश्वरम मंदिर, ज्योतिर्लिंग, दर्शन, Photos, इतिहास, रहस्य…..

Rameshwaram Temple: रामेश्वरम मंदिर, ज्योतिर्लिंग, दर्शन, Photos, इतिहास, रहस्य.....| Festivahindu.com

Rameshwaram Temple Jyotirlinga, photos, history, facts, timings in Hindi: रामेश्वरम, भारत के दक्षिणी छोर पर स्थित एक पवित्र द्वीप है। यह हिंदू धर्म के चार धामों में से एक है और भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के लिए प्रसिद्ध है। रामेश्वरम मंदिर, जिसे श्रीरामनाथस्वामी मंदिर के नाम से भी जाना … Read more

April Ekadashi 2025:कब है कामदा एकादशी 2025? क्यों रखा जाता है यह व्रत, जानिए इसकी पौराणिक कथा

कामदा

Last Updated: 04 April 2025 कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। इस व्रत को करने से मनुष्य को शुभ फल प्राप्त होते हैं। कामदा एकादशी को फलदा एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की आराधना करने से सभी इच्छाएं पूर्ण … Read more

Krishna Paksh:कृष्ण पक्ष का क्या मतलब है? क्यों नहीं किये जाते शुभ कार्य? क्या है भगवान श्री कृष्ण से संबंध

कृष्ण पक्ष

कृष्ण पक्ष हिंदू पंचांग के उस चरण को कहते हैं, जब चंद्रमा की कलाएं घटने लगती हैं। यह चरण पूर्णिमा के बाद शुरू होता है और अमावस्या तक चलता है, जो कुल 15 दिनों का होता है। इस दौरान चंद्रमा का आकार धीरे-धीरे कम होता जाता है और अमावस्या को पूर्ण अंधकार छा जाता है। … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 59 Shloka 59 | गीता अध्याय 2 श्लोक 59 अर्थ सहित | विषया विनिवर्तन्ते निराहारस्य…..

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 59 – गीता अध्याय 2 श्लोक 59 अर्थ सहित - विषया विनिवर्तन्ते निराहारस्य.....| Fstivalhindu.com

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 59 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 59 in Hindi): भगवद्गीता, जो सनातन धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, हमें जीवन के मूलभूत सत्य और आध्यात्मिक मार्गदर्शन की राह दिखाती है। अध्याय 2 का 59वां श्लोक इस बात पर प्रकाश डालता है कि इन्द्रिय भोगों से स्थायी रूप से … Read more

क्या है किराडू मंदिर से जूडी श्राप की कहानी? क्यूँ यहाँ आज भी जाने से डरते हैं लोग

किराडू मंदिर

राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित किराडू मंदिर भारत के सबसे रहस्यमयी मंदिरों में से एक है। यह मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला और इससे जुड़ी श्राप की कहानी के कारण प्रसिद्ध है। माना जाता है कि शाम के बाद इस मंदिर में जाना बेहद खतरनाक है और लोग इसे अपनी मौत को बुलावा देने के … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 58 Shloka 58 | गीता अध्याय 2 श्लोक 58 अर्थ सहित | यदा संहरते चायं कुर्मोSङ्गानीव…..

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 58 – गीता अध्याय 2 श्लोक 58 अर्थ सहित - यदा संहरते चायं कुर्मोSङ्गानीव.....| Festivalhindu.com

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 58 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 58 in Hindi): भगवद्गीता के द्वितीय अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने आत्मसंयम, इन्द्रिय-नियंत्रण और आत्म-विकास के विषय में गहन ज्ञान प्रदान किया है। श्लोक 2.58(Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 58) में कछुए का उदाहरण देकर यह समझाया गया है कि जीवन में स्थिरता और … Read more