Last Updated: 26 March 2025
Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि का पर्व नौ दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। इस समय को शुभ और पवित्र माना जाता है, खासकर किसी नए कार्य की शुरुआत के लिए। नवरात्रि के दौरान की गई खरीदारी को सौभाग्यशाली माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पावन अवसर पर खरीदी गई वस्तुएं सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि के दौरान कौन-कौन सी चीजें खरीदना शुभ होता है।

चैत्र नवरात्रि में मिट्टी के बर्तन खरीदें
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है, जिसमें अक्सर मिट्टी के कलश का उपयोग किया जाता है। इसे शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए धार्मिक कार्यों में इसका विशेष महत्व होता है। ज्योतिष के अनुसार, मिट्टी के बर्तन को समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसे में मां दुर्गा की पूजा के लिए मिट्टी के बर्तन खरीदना शुभ होता है।
चैत्र नवरात्रि में चांदी का सिक्का खरीदें
नवरात्रि के दौरान चांदी का सिक्का खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में धन-धान्य और समृद्धि का आगमन होता है। साथ ही यह सौभाग्य को भी आकर्षित करता है। पूजा के समय देवी दुर्गा के समक्ष चांदी का सिक्का रखना विशेष रूप से फलदायी होता है और देवी की कृपा प्राप्त होती है। नवरात्रि में चांदी का सिक्का खरीदकर आप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि में जौ खरीदें
जौ को धरती की पहली फसल माना जाता है, और इसका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। नवरात्रि में जौ बोना देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का प्रतीक है। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
चैत्र नवरात्रि में पीले चावल खरीदें
पीले चावल को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा में पीले चावल अर्पित करना अत्यंत शुभ होता है। यह देवी-देवताओं को प्रसन्न करने का एक माध्यम है, जिससे घर में शांति और समृद्धि आती है। ऐसा माना जाता है कि पीले चावल चढ़ाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
चैत्र नवरात्रि में श्रृंगार का सामान खरीदें
नवरात्रि के दौरान श्रृंगार का सामान खरीदना भी शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोलह श्रृंगार का सामान मां दुर्गा को अर्पित करने से सौभाग्य की वृद्धि होती है। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार पर देवी की कृपा बनी रहती है। नवरात्रि में श्रृंगार सामग्री खरीदना देवी की विशेष पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
चैत्र नवरात्रि शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2025 Shubh Muhurat)
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च, शनिवार को शाम 4:27 बजे होगी और यह 30 मार्च को दोपहर 12:49 बजे समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि को महत्व दिया जाता है, इसलिए 30 मार्च को घटस्थापना की जाएगी। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ होगा।
घटस्थापना का शुभ समय (Chaitra Navratri 2025 Ghat Sthapana Samay)
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 30 मार्च को घटस्थापना के लिए सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक का समय शुभ माना गया है। इस दौरान स्नान कर पवित्र मन से कलश स्थापना कर सकते हैं। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे तक रहेगा। इस समय में भी कलश स्थापना करना शुभ और फलदायी होगा। इन दोनों शुभ योगों में घटस्थापना करना अत्यंत मंगलकारी माना जाता है।
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