Bhagavad Gita Chapter 3 Verse 12 Shloka 12 | गीता अध्याय 3 श्लोक 12 अर्थ सहित | इष्टान्भोगान्हि वो देवा दास्यन्ते यज्ञभाविताः…..
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 3 श्लोक 12 (Bhagavad Gita Chapter 3 Verse 12 in Hindi): भगवद्गीता हिंदू धर्म का एक पवित्र ग्रंथ है जो मानव जीवन के हर पहलू पर प्रकाश डालता है। गीता के तीसरे अध्याय का 12वाँ श्लोक (BG 3.12) यज्ञ, दान और ईश्वर भक्ति के महत्व को समझाता है। इस श्लोक में श्रीकृष्ण कहते हैं … Read more