Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 53 – गीता अध्याय 2 श्लोक 53 अर्थ सहित – श्रुतिविप्रतिपन्ना ते यदा स्थास्यति…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 53 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 53 in Hindi): भगवद्गीता के श्लोक 2.53 (Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 53) में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को आत्म-साक्षात्कार…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 52 – गीता अध्याय 2 श्लोक 52 अर्थ सहित – यदा ते मोहकलिलं बुद्धिर्व्य…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 52 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 52 in Hindi): गीता के श्लोक 2.52(Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 52) में भगवान श्रीकृष्ण ने मोह और अज्ञान…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 51 – गीता अध्याय 2 श्लोक 51 अर्थ सहित – कर्मजं बुद्धियुक्ता हि फलं…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 51 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 51 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय संस्कृति और दर्शन का अमूल्य ग्रंथ है। इसमें दिए गए श्लोक जीवन को दिशा…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 50 – गीता अध्याय 2 श्लोक 50 अर्थ सहित – बुद्धियुक्तो जहातीह उभे…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 50 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 50 in Hindi): भगवद्गीता का श्लोक 2.50 (Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 50) जीवन की उन गूढ़ बातों को…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 49 – गीता अध्याय 2 श्लोक 49 अर्थ सहित – दुरेण ह्यवरं कर्म बुद्धियोगाद्धञ्जय…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 49 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 49 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय दर्शन का एक अमूल्य ग्रंथ है, जो जीवन के हर पहलू पर मार्गदर्शन प्रदान…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 48 – गीता अध्याय 2 श्लोक 48 अर्थ सहित – योगस्थः कुरु कर्माणि…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 48 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 48 in Hindi): यह श्लोक भगवद्गीता के दूसरे अध्याय(Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 48) का एक महत्वपूर्ण भाग है,…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 47 – गीता अध्याय 2 श्लोक 47 अर्थ सहित – कर्मण्यवाधिकारस्ते मा फलेषु…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 47 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 47 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता का श्लोक 2.47(Bhagavat Geeta Chapter 2 Shloka 47) "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन" हमें जीवन के…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 46 – गीता अध्याय 2 श्लोक 46 अर्थ सहित – यावानर्थ उदपाने सर्वतः…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 46 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 46 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक ज्ञान का वह अनमोल ग्रंथ है, जो मानव जीवन के हर…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 45 – गीता अध्याय 2 श्लोक 45 अर्थ सहित – त्रैगुण्यविषया वेदा…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 45 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 45 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय दर्शन का ऐसा ग्रंथ है, जो जीवन के हर पहलू पर गहन ज्ञान प्रदान…

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Bhagavad Gita Chapter 2 Verse-Shloka 44 – गीता अध्याय 2 श्लोक 44 अर्थ सहित – भोगैश्र्वर्यप्रसक्तानां…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 44 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 44 in Hindi): गीता के अध्याय 2, श्लोक 44(Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 44) में भगवान श्रीकृष्ण ने यह…

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