गोलोक वृंदावन में श्री राधारानी का जन्म(प्राकट्य) कैसे हुआ? जानिए रस-मंडल की अद्भुत कथा
सनातन धर्म के प्रेम की सर्वोच्च प्रतिमूर्ति श्रीमति राधारानी का प्राकट्य कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि सम्पूर्ण ब्रह्मांड के आध्यात्मिक संतुलन की नींव है। वे केवल श्रीकृष्ण की प्रेयसी नहीं, बल्कि उनकी आत्म-शक्ति, उनका दूसरा रूप हैं। राधा और कृष्ण, वास्तव में, एक ही परब्रह्म के दो स्वरूप हैं — ऊर्जा और ऊर्जावान, प्रेम और … Read more