Shri Krishna Janmashtami 2025|लड्डू गोपाल की स्थापना विधि| जाने लड्डू गोपाल प्राण-प्रतिष्ठा मंत्र,भोग मंत्र, साथ ही नित्य सेवा की जानकारी

Last Updated: 15 August 2025

हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण का विशेष स्थान है। वे प्रेम, भक्ति, और जीवन के आदर्श रूप माने जाते हैं। लड्डू गोपाल, श्रीकृष्ण के बाल रूप का प्रतीक हैं और उन्हें घर में स्थापित करना अत्यंत शुभ व सौभाग्यवर्धक माना जाता है। (Laddu Gopal Pran Pratishtha Mantra) लड्डू गोपाल की मूर्ति को घर में रखने से सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। परंतु इनकी स्थापना व पूजा-विधि कुछ विशेष नियमों के अंतर्गत होती है। आइए जानते हैं की स्थापना की सम्पूर्ण विधि, मंत्र, नियम और पूजा पद्धति।

Laddu Gopal Sthapna Vidhi

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लड्डू गोपाल की मूर्ति स्थापना का महत्व (Laddu Gopal Sthapna Ka Mahatva)

लड्डू गोपाल जी की मूर्ति को घर में स्थापित करने से आध्यात्मिक शांति, प्रेम, और समृद्धि का वास होता है। बाल रूप के कारण इनकी सेवा एक शिशु की भांति की जाती है – उन्हें नहलाना, वस्त्र पहनाना, भोजन कराना, सुलाना आदि। यह सेवा भावना हमें अनुशासन, श्रद्धा और प्रेमभाव सिखाती है।

लड्डू गोपाल की स्थापना कब करें? (Laddu Gopal Ki Sthapna Kab Kare)

Laddu Gopal Ki Sthapna Kis Din Kare : लड्डू गोपाल जी की मूर्ति स्थापना किसी भी शुभ तिथि पर की जा सकती है, विशेषतः:

  • जन्माष्टमी
  • एकादशी
  • पूर्णिमा
  • शुभ मुहूर्त में (पंचांग देखकर)
  • गुरुवार या सोमवार का दिन भी शुभ माना जाता है।

स्थापना का समय: प्रातः काल या संध्या समय पूजा के लिए उपयुक्त होता है।

लड्डू गोपाल की स्थापना से पहले आवश्यक सामग्री (Laddu Gopal Ki Sthapna Samagri)

स्थापना व पूजा हेतु आवश्यक सामग्रियाँ:

  • शुद्ध पीतल या अष्टधातु की लड्डू गोपाल मूर्ति
  • पीला वस्त्र (आसन के लिए)
  • तांबे का या पीतल का कलश
  • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल)
  • गंगाजल
  • साफ पानी
  • तुलसी दल
  • मक्खन, मिश्री या माखन-शक्कर
  • फूल, माला
  • धूप, दीप, कपूर
  • घंटी, शंख
  • नैवेद्य (भोग)
  • नया वस्त्र व आभूषण (गोपाल जी के लिए)
  • छोटी चौकी या मंदिर का स्थान

4. लड्डू गोपाल स्थापना की विधि (Laddu Gopal Ki Sthapna Kaise Kare)

चरण 1: स्थान का चयन

  • सबसे पहले घर में एक स्वच्छ व शांत स्थान का चयन करें जहाँ सुबह और शाम की पूजा नियमित रूप से हो सके।
  • चौकी पर पीला कपड़ा बिछाएं और उसे फूलों से सजाएं।

चरण 2: मूर्ति को शुद्ध करना

  • लड्डू गोपाल की मूर्ति को सबसे पहले गंगाजल से शुद्ध करें।
  • फिर पंचामृत से स्नान कराएं (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर)।
  • पुनः गंगाजल से धोकर मुलायम कपड़े से पोंछें।

चरण 3: वस्त्र व अलंकरण

  • लड्डू गोपाल जी को सुंदर वस्त्र पहनाएं। सिर पर मुकुट, गले में माला, बांसुरी और अन्य आभूषण पहनाएं।
  • एक छोटी झूला या आसन पर उन्हें विराजमान करें।

चरण 4: प्राण-प्रतिष्ठा (मूर्ति में जीवन भरना) (Laddu Gopal Praan-Pratishta Mantra)

मंत्र:

🔸”ॐ अस्यै प्राणाः प्रतिष्ठन्तु, अस्यै प्राणाः क्षरन्तु च
🔸 ॐ क्लीं कृष्णाय नमः।
🔸 ॐ श्रीं गोपालाय वासुदेवाय नमः।

  • दीप जलाकर भगवान का ध्यान करें और मन में निवेदन करें कि वे इस मूर्ति में निवास करें।
  • शंख बजाकर और घंटी बजाकर वातावरण को पवित्र करें।
  • उनके चरणों में फूल अर्पित करें।

5. लड्डू गोपाल की दैनिक पूजा विधि (Laddu Gopal Ki Sewa Kaise Kare)

लड्डू गोपाल जी की पूजा एक बालक की सेवा के रूप में की जाती है। यह एक विशेष अनुभव होता है जिसमें भक्ति और वात्सल्य दोनों सम्मिलित होते हैं।

प्रातः काल सेवा

  1. मंगल आरती करें।
  2. लड्डू गोपाल जी को जगाएं। (नर्म स्वर में मधुर भजन या कृष्ण स्तुति से)
  3. उन्हें गुनगुने जल से स्नान कराएं।
  4. वस्त्र व आभूषण पहनाएं।
  5. ताजा फूल, तुलसी दल अर्पित करें।
  6. माखन-मिश्री, फल, दूध आदि से भोग लगाएं।
  7. दीपक जलाएं और शंख ध्वनि करें।
  8. आरती करें।

सायंकाल सेवा

  1. स्नान व वस्त्र परिवर्तन (यदि संभव हो)।
  2. फल, मिठाई या दूध का भोग।
  3. दीपक और धूप से आरती करें।
  4. शयन समय एक मधुर लोरी या भजन गाएं।
  5. उन्हें शयनासन दें।

6. लड्डू गोपाल के प्रमुख मंत्र (Laddu Gopal Ke Pramukh Mantra)

नीचे कुछ प्रमुख मंत्र दिए गए हैं जो पूजा में उपयोग किए जा सकते हैं:

प्रमुख ध्यान मंत्र

ॐ देवकीनन्दनाय विद्महे
वासुदेवाय धीमहि
तन्नो कृष्णः प्रचोदयात्।

अर्पण मंत्र

नैवेद्यं गृह्यतां कृष्ण त्वदर्थं नैवेद्यं अर्पितम्।
भक्त्या सह प्रेम्णा च भोजनं प्रतिगृह्यताम्।

7. लड्डू गोपाल सेवा के नियम (Laddu Gopal Ji Ke Sewa Ke Niyam)

  1. जब लड्डू गोपाल की स्थापना कर ली जाए, तो उनकी सेवा छोड़ना उचित नहीं होता।
  2. प्रतिदिन स्नान, वस्त्र और भोजन देना आवश्यक है।
  3. अगर किसी कारणवश सेवा न कर सकें, तो गोपाल जी को किसी योग्य व्यक्ति को सौंपें।
  4. मूर्ति को कभी अकेले या अंधेरे में न रखें।
  5. लड्डू गोपाल जी को तुलसी दल और दूध अर्पण अवश्य करें।

8. लड्डू गोपाल के भोग के लिए सुझाव (Laddu Gopal Ji Ke Bhog)

  • माखन-मिश्री
  • दूध या केसर वाला दूध
  • फल (केला, सेब, अंगूर)
  • सूजी या चावल की खीर
  • ताजा बने लड्डू
  • पंचामृत

भोग अर्पण मंत्र:

ॐ अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राणवल्लभे।
ज्ञान वैराग्य सिद्ध्यर्थं भिक्षां देहि च पार्वति।।

त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

9. लाभ व शुभ फल

  1. घर में सुख-शांति का वास होता है।
  2. बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  3. दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है।
  4. आर्थिक उन्नति और धन की वृद्धि होती है।
  5. आध्यात्मिक विकास में सहायक।

10. विशेष दिन लड्डू गोपाल की सेवा के लिए

  • जन्माष्टमी: इस दिन विशेष पूजन करें, रात भर जागरण करें और झूला झुलाएं।
  • गुरुवार: भगवान श्रीकृष्ण को पीला वस्त्र व चने का भोग दें।
  • एकादशी: तुलसी दल सहित विशेष भोग अर्पित करें।

लड्डू गोपाल की स्थापना न केवल धार्मिक आस्था है, बल्कि एक भावनात्मक अनुभव भी है। यह सेवा जहां हमारे मन को संतुलन देती है, वहीं परिवार में प्रेम, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा लाती है। यदि श्रद्धा और नियमितता से लड्डू गोपाल की पूजा की जाए, तो उनका आशीर्वाद सदैव बना रहता है।

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FAQs

लड्डू गोपाल की मूर्ति घर में कैसे स्थापित करें?

लड्डू गोपाल की मूर्ति स्थापना किसी शुभ तिथि या मुहूर्त में करें। पहले गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराएं, फिर साफ वस्त्र पहनाकर उन्हें एक स्वच्छ स्थान पर आसन पर बैठाएं। दीप जलाकर मंत्रों के साथ प्राण-प्रतिष्ठा करें और नियमित सेवा का संकल्प लें।

लड्डू गोपाल जी की सेवा में क्या-क्या करना जरूरी होता है?

सेवा में प्रतिदिन स्नान कराना, वस्त्र पहनाना, भोजन (भोग) कराना, पूजा करना, आरती करना और रात में शयन कराना शामिल है। उन्हें एक शिशु के रूप में प्रेमपूर्वक देखभाल करनी चाहिए।

क्या लड्डू गोपाल की मूर्ति को अकेला छोड़ सकते हैं?

नहीं, लड्डू गोपाल की मूर्ति को अकेला या अनदेखा नहीं छोड़ना चाहिए। एक बार स्थापित करने के बाद उनकी नियमित सेवा अनिवार्य होती है। यदि सेवा संभव न हो तो उन्हें किसी श्रद्धालु को सौंपना चाहिए।

लड्डू गोपाल की पूजा में कौन-कौन से मंत्र बोले जाते हैं?

लड्डू गोपाल की पूजा में निम्न मंत्र बोले जाते हैं:
ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
ॐ श्रीं गोपालाय वासुदेवाय नमः
ध्यान मंत्र: ॐ देवकीनन्दनाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो कृष्णः प्रचोदयात्।

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