शरद पूर्णिमा का महत्व शरद पूर्णिमा को हिंदू धर्म में सबसे शुभ पूर्णिमाओं में से एक माना जाता है। इस दिन चंद्रमा अपने पूरे तेज के साथ उदित होता है।

कोजागरी पूर्णिमा का अर्थ इस दिन को "कोजागरी पूर्णिमा" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है "कौन जाग रहा है"। रातभर जागकर भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व है।

 अमृत की वर्षा मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है, जो स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करती है।

श्रीकृष्ण और राधा की कथा शरद पूर्णिमा के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा ने रासलीला की थी। यह कथा विशेष रूप से गोपियों के साथ उनकी लीलाओं को दर्शाती है।

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लक्ष्मी पूजा का महत्व इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन और समृद्धि आती है। कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी शरद पूर्णिमा की रात पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं।

खीर बनाने की परंपरा शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणों में खीर को रखने की परंपरा है, जिससे वह अमृतमय हो जाती है और इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।

रातभर जागरण इस दिन रातभर जागकर भगवान की पूजा और भजन-कीर्तन करने का महत्व है। इसे करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

धार्मिक अनुष्ठान शरद पूर्णिमा पर व्रत रखने और कथा सुनने से हर मनोकामना पूरी होती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है।

समृद्धि का आशीर्वाद शरद पूर्णिमा की कथा और पूजा करने से जीवन में समृद्धि, सुख और शांति आती है। यह दिन विशेष रूप से धन और स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए मनाया जाता है।

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