पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है। ऐसा विश्वास है कि इस एकादशी का व्रत रखने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं, इसी कारण इसे सफला एकादशी का नाम दिया गया है।

सफला एकादशी के दिन कुछ कार्यों से बचना बेहद जरूरी है।

इस दिन की गई कुछ गलतियां व्यक्ति को जीवन में अनेक परेशानियों का कारण बना सकती हैं और उसे व्रत एवं पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।

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इसलिए, आइए जानते हैं कि सफला एकादशी पर किन बातों से परहेज करना चाहिए ताकि भगवान की कृपा और व्रत का संपूर्ण लाभ मिल सके।

सफला एकादशी पर चावल और तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।

इसके साथ ही, घर या परिवार में किसी भी प्रकार के विवाद से दूर रहें।

सुबह पूजा करने के बाद पूरे दिन भगवान का भजन-कीर्तन करना शुभ माना जाता है।

घर और मंदिर को स्वच्छ बनाए रखें, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी स्वच्छ स्थान पर ही निवास करती हैं।

एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, क्योंकि इस दिन मां लक्ष्मी व्रत करती हैं, और तुलसी पत्ते तोड़ने से व्रत में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

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