अप्रैल संकष्टी चतुर्थी 2025 भगवान गणेश की कृपा पाने का शुभ अवसर व्रत, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त जानें
संकष्टी चतुर्थी क्या है? संकष्टी चतुर्थी हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है।यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है और संकटों से मुक्ति दिलाता है।
व्रत क्यों रखा जाता है? गणेश जी को प्रसन्न कर सभी बाधाओं से मुक्ति पाने मनोकामना पूर्ति हेतु शांति, स्वास्थ्य और सफलता के लिए
पूजा का शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:26 से 5:10 बजेविजय मुहूर्त: दोपहर 2:30 से 3:21 बजे अमृत काल: शाम 6:20 से रात 8:06 बजे तक
पूजा विधि स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें गणेश जी की प्रतिमा पर चढ़ाएं दूर्वा, मोदक, और सिंदूर 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करें चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलें
चंद्र दर्शन का महत्व संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रमा का दर्शन करना शुभ माना जाता है इससे मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है
व्रत में क्या खाएं? फल, मूंगफली, साबूदाना खिचड़ी दूध, ड्राई फ्रूट्स अनाज और नमक से परहेज़ करें
लाभ और आशीर्वाद व्रत करने से भगवान गणेश की विशेष कृपा मिलती है जीवन की समस्याएं दूर होती हैं
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