निर्जला एकादशी 2025 की तारीख और महत्त्वइस साल निर्जला एकादशी 6 जून 2025 को मनाई जाएगी। यह सबसे कठिन और पुण्यदायी व्रत माना जाता है, जिसमें पूरे दिन बिना पानी और भोजन के उपवास रखा जाता है।
क्यों रखा जाता है निर्जला एकादशी व्रत?धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत से सभी एकादशी व्रतों का फल एकसाथ प्राप्त होता है। साथ ही व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है।
बिना पानी के व्रत में सेहत का ध्यान जरूरीगर्मी के मौसम में निर्जला व्रत रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि व्रत से पहले और बाद में सेहत का विशेष ध्यान रखा जाए।
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व्रत से एक दिन पहले क्या करें?व्रत से एक दिन पहले शरीर को हाइड्रेट करें। खूब पानी, नारियल पानी और मौसमी फल जैसे तरबूज, खीरा आदि का सेवन करें।
व्रत के दिन धूप से कैसे बचें?व्रत के दिन धूप में निकलने से परहेज करें। तेज गर्मी में डिहाइड्रेशन और चक्कर की संभावना होती है, इसलिए घर के अंदर ठंडी जगह पर रहें।
मेहनत वाले काम न करेंशारीरिक मेहनत से शरीर में कमजोरी और थकान हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि हल्के कार्य करें और आराम करें।
व्रत के समय क्या करें?पूरे दिन भगवान विष्णु का नाम जपें, भजन सुनें और मन को शांत रखें। ध्यान और मेडिटेशन से मानसिक शक्ति बढ़ती है।
व्रत खोलते समय क्या सावधानी रखें?व्रत तोड़ते समय भारी भोजन न करें। सबसे पहले थोड़ा पानी पिएं, फिर फल या खिचड़ी जैसे हल्के आहार से उपवास खोलें।
एक साथ बहुत ज्यादा पानी न पिएंव्रत के बाद एक साथ अधिक पानी पीना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। धीरे-धीरे घूंट-घूंट कर पानी पिएं और शरीर को आराम दें।
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