नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है, जो ज्ञान और समृद्धि की देवी हैं।

मां स्कंदमाता को उनका प्रिय भोग केले का अर्पण करने से देवी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।

– केले का भोग सुख, समृद्धि और बुद्धि की प्राप्ति का प्रतीक है। – 

मां स्कंदमाता को सफेद रंग की मिठाइयाँ जैसे खीर और माखन-मिश्री का भोग भी विशेष रूप से प्रिय होता है।

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स्कंदमाता की पूजा से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

इस दिन मां स्कंदमाता को भोग अर्पण करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।

भोग अर्पण के बाद मां स्कंदमाता की आरती करना अनिवार्य है, जिससे देवी की कृपा प्राप्त होती है।

मां स्कंदमाता को शुद्ध और सात्विक भोजन का भोग अर्पित करना चाहिए, जिसमें प्याज और लहसुन न हो।

सही विधि से मां की पूजा और भोग अर्पण करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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