महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन के समापन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 

अब केवल एक अंतिम शाही स्नान शेष है, जो महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी 2025 को होगा। 

इस दिन त्रिवेणी संगम में अंतिम स्नान योग बन रहा है, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। 

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महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है  

इस बार यह दिन और भी खास रहेगा क्योंकि सूर्य, चंद्रमा और शनि का त्रिग्रही योग बन रहा है। 

इसे समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है। 

इसके अलावा, इस दिन शिव योग और सिद्ध योग का भी संयोग रहेगा, जो इसे और अधिक शुभ बनाता है। 

महाशिवरात्रि के अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। 

महाकुंभ के इस अंतिम स्नान की विधि और इसके लाभ को विस्तार से जानने के लिए इस पावन अवसर पर स्नान करने का संकल्प लें और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें। 

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