पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन से निकले अमृत की चार बूंदें पृथ्वी पर चार स्थानों पर गिरी थीं। केवल उन्हीं चार स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। इन स्थानों को अत्यंत पवित्र माना जाता है। महाकुंभ में अमृत की प्राप्ति का यह ऐतिहासिक महत्व है। यह मेला धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है।