दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक जनसमागम महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति पर मंगलवार को लगभग साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है।
इस महासमागम में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, खासकर अमृत स्नान के मौके पर।
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यदि आप महाकुंभ जाने की योजना बना रहे हैं या संगम तट पर अमृत स्नान करना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें और ऐसी गलतियाँ भूलकर भी न करें, जो आपको परेशानी में डाल सकती हैं।
महाकुंभ (Maha Kumbh) में अमृत स्नान के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। इस स्थिति में हो सकता है कि आपको रेलवे स्टेशन से सीधी बस या कोई अन्य वाहन न मिले। इस कारण आपको पैदल ही महाकुंभ जाना पड़ सकता है। इसके लिए पहले से तैयार होकर आएं।
शाही स्नान के दिन महाकुंभ (Kumbh Mela 2025) के आसपास भीड़ को नियंत्रित करने के लिए खाने-पीने की दुकानों को हटा दिया जाता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने साथ पर्याप्त खाने-पीने का सामान रखें।
सर्द मौसम और कोहरे को देखते हुए, महाकुंभ में आने पर गर्म कपड़े पहनकर आएं। सिर और कान को ढकने के लिए कैप का इस्तेमाल करें। ऐसा न करने पर आप ठंड से प्रभावित हो सकते हैं और बीमार पड़ सकते हैं।
महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। ऐसे में सामान रखने की जगह मिलना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, अपने साथ सामान रखने की व्यवस्था करके आएं ताकि आपको कोई दिक्कत न हो।
महाकुंभ में आने से पहले अपने साथ आए बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें। उनके पास एक पर्ची रखें, जिस पर आपका नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा हो। बिछड़ने की स्थिति में यह पर्ची संपर्क स्थापित करने में सहायक होगी।
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