हिंदू पंचांग के अनुसार, एक वर्ष में चार बार नवरात्रि आती है, जिसमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार,माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की आराधना गुप्त रूप से की जाती है।  

इस समय देवी दुर्गा की 10 महाविद्याओं की साधना गुप्त रूप से की जाती है, जिससे श्रेष्ठ फल प्राप्त होता है। धार्मिक दृष्टिकोण से, गुप्त नवरात्रि में तंत्र-मंत्र की साधना गुप्त रूप से की जाती है, जिससे आध्यात्मिक विकास और मोक्ष की प्राप्ति होती है। 

कुछ ही दिनों में माघ माह की गुप्त नवरात्रि शुरू होने वाली है। आइए जानते हैं कि माघ गुप्त नवरात्रि कब शुरू हो रही है और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है। 

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देवी दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का आयोजन साल में चार बार होता है, जिसमें चैत्र, आषाढ़, अश्विन और माघ मास शामिल हैं। अधिकांश लोग चैत्र और शारदीय नवरात्रि के बारे में अधिक जानते हैं। 

इसके अलावा, हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ और माघ मास में गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। 

माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान साधक मां दुर्गा और 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से पूजा करते हैं। 

हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 जनवरी शाम 6:05 से शुरू होकर 30 जनवरी शाम 4:01 पर समाप्त हो रही है। 

इस प्रकार, माघ माह की गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी, गुरुवार से शुरू हो रही है। 

अब निम्न स्नान बाकी हैं: – 29 जनवरी (बुधवार) - अमृत स्नान, मौनी अमावस्या – 3 फरवरी (सोमवार) - अमृत स्नान, बसंत पंचमी – 12 फरवरी (बुधवार) - स्नान, माघी पूर्णिमा – 26 फरवरी (बुधवार) - स्नान, महाशिवरात्रि

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