करवा चौथ, हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें वे अपने पति की लंबी आयु और स्वस्थ जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत की पूजा और अनुष्ठान में करवा चौथ की थाली का विशेष महत्व होता है।

करवा चौथ की थाली में रखी जाने वाली वस्तुएं 1. दीया (दीपक) पूजा की थाली में दीया रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। दीया जलाने से न केवल वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि इसे साक्षात भगवान का रूप भी माना जाता है। दीया पूजा के दौरान पूरे समय जलता रहता है और इसे पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।

2. करवा (मिट्टी का छोटा घड़ा) करवा, जिसे इस त्योहार का प्रतीक माना जाता है, एक छोटा मिट्टी का घड़ा होता है जिसे पानी से भरा जाता है। इसे करवा चौथ की पूजा के बाद ब्राह्मणों या महिलाओं को दान किया जाता है। यह करवा मंगल और सुख-समृद्धि का प्रतीक होता है।

3. रोली और कुमकुम रोली और कुमकुम का उपयोग तिलक और पूजन में किया जाता है। तिलक करने से पूजा पूर्ण मानी जाती है और इसे शुभता और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। यह विवाहित स्त्रियों के लिए विशेष रूप से शुभ होता है।

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4. चावल और मिठाई चावल और मिठाई का विशेष महत्व है। चावल को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है और इसे पूजा में शामिल करने से लक्ष्मी का आह्वान होता है। मिठाई, विशेषकर मठरी और लड्डू, पूजा के बाद प्रसाद के रूप में दी जाती है।

5. सिंदूर सिंदूर विवाहित स्त्रियों के सौभाग्य का प्रतीक है। करवा चौथ की पूजा के दौरान सिंदूर का विशेष महत्व होता है। इसे पूजा की थाली में रखना आवश्यक है, और पूजा के बाद इसे मांग में लगाया जाता है।

6. फल करवा चौथ की थाली में फल भी रखे जाते हैं। यह पूजा के प्रसाद के रूप में उपयोग होते हैं। खासकर अनार, सेब, और केले जैसे फलों का उपयोग किया जाता है। फलों को समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है।

7. जल से भरा कलश करवा चौथ की पूजा के दौरान जल से भरे कलश का उपयोग किया जाता है। इस कलश को देवी-देवताओं की अर्चना के लिए रखा जाता है, और इसे पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। पूजा के बाद इसे भगवान को अर्पित किया जाता है।

8. मेहंदी और चूड़ियां मेहंदी और चूड़ियां विवाहित स्त्रियों के श्रृंगार का प्रमुख हिस्सा हैं। पूजा की थाली में इन्हें रखना शुभ माना जाता है। यह वस्तुएं करवा चौथ के व्रत की पवित्रता को बढ़ाती हैं और सुहाग का प्रतीक होती हैं।

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