प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा का महत्व होता है, जो इसके नाम से स्पष्ट है। 

इसे दक्षिण भारत में "प्रदोषम" कहा जाता है। 

मान्यता है कि इस तिथि पर उपवास रखने से भोलेनाथ और मां पार्वती की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है। 

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इस दिन कुछ दान करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। 

तो आइए जानते हैं कि इस अवसर पर क्या दान (फरवरी प्रदोष व्रत 2025) करना फलदायी माना जाता है। 

वस्त्र दान: प्रदोष व्रत के दिन वस्त्र दान का बड़ा महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन वस्त्रों का दान करने से व्यक्ति के जीवन में संपन्नता आती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। 

काले तिल का दान: प्रदोष व्रत के दिन काले तिल का दान बहुत शुभ माना जाता है। इस तिथि पर काले तिल का दान करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और शनि के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है। 

धन का दान: प्रदोष व्रत के दिन धन का दान अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन धन का दान करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और समृद्धि बढ़ती है। 

प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त: वैदिक पंचांग के अनुसार, 9 फरवरी 2025, रविवार को शाम 07:25 बजे प्रदोष व्रत प्रारंभ होगा। इसका समापन 10 फरवरी को शाम 06:57 बजे होगा। प्रदोष काल को ध्यान में रखते हुए, इस माह का पहला प्रदोष व्रत 9 फरवरी को रखा जाएगा।

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