वैदिक हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की शुक्ल प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4 बजकर 32 मिनट पर होगी, जो अगले दिन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी। 

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। हर वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि का शुभारंभ होता है।  

यह नौ दिन देवी दुर्गा की आराधना और शक्ति उपासना के लिए विशेष माने जाते हैं। इन दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। 

चैत्र नवरात्रि 2025 शुभ मुहूर्त कब है? वैदिक हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4 बजकर 32 मिनट पर होगी, जो 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 30 मार्च को मानी जाएगी। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ होगा।  

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इस वर्ष चैत्र नवरात्रि कितने दिनों की होगी? इस बार चैत्र नवरात्रि का आरंभ 30 मार्च से होगा और इसका समापन 6 अप्रैल को होगा। तिथियों में परिवर्तन के कारण अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन, यानी 9 अप्रैल को पड़ रही है। इसी कारण इस वर्ष नवरात्रि पूरे 9 दिनों की बजाय 8 दिनों की होगी।

चैत्र नवरात्रि 2025 कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त  30 मार्च को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के साथ नवरात्रि की पूजा का शुभारंभ किया जाएगा। 

इस वर्ष कलश स्थापना के लिए दो अत्यंत शुभ मुहूर्त हैं: – प्रातः 5 बजकर 52 मिनट से प्रातः 9 बजकर 22 मिनट तक – दोपहर 12 बजकर 02 मिनट से दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक

चैत्र नवरात्रि 2025 में माता दुर्गा की सवारी इस वर्ष मां दुर्गा शेर के स्थान पर हाथी पर सवार होकर आएंगी। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, माता का हाथी पर आगमन समृद्धि, सौभाग्य और धैर्य का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही, इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक साथ पड़ रही हैं, जिससे नवरात्रि का विशेष महत्व बढ़ गया है।

नवरात्रि में पूजा के लाभ  – मां दुर्गा की उपासना से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता दूर होती है। – पूजा करने से मन शुद्ध और एकाग्र होता है, जिससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

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