By Neha Pandey Date: 02/04/2025
नवरात्रि के शुभ दिनों में यदि कोई भूल हो जाए, तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए इस दौरान कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है।
आइए जानते हैं कि नवरात्रि में किन कार्यों से बचना चाहिए।
लहसुन-प्याज और मांसाहार से दूर रहें नवरात्रि के दौरान मांसाहारी भोजन का पूरी तरह से त्याग करना चाहिए क्योंकि यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है, जो मन और शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसी तरह, लहसुन और प्याज का सेवन भी वर्जित माना जाता है।
क्रोध और अपशब्दों से बचें नवरात्रि सिर्फ उपवास का पर्व नहीं है, बल्कि यह आत्मसंयम और सकारात्मकता का प्रतीक है। इन दिनों में गुस्सा करने, अपशब्द बोलने या किसी का अनादर करने से बचना चाहिए। शांत रहें और आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर हों ताकि देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त हो।
बाल और नाखून न काटें पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दिनों में बाल और नाखून काटने से बचना चाहिए। इस दौरान शरीर और मन की पवित्रता बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है। इसलिए नौ दिनों के बाद ही बाल, नाखून या दाढ़ी कटवाने की सलाह दी जाती है।
झूठ और छल-कपट से दूर रहें नवरात्रि में सत्य और ईमानदारी का पालन करना आवश्यक है। झूठ बोलना, धोखा देना या किसी को हानि पहुंचाने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिससे देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त नहीं होती। इसलिए सदैव सत्य बोलें और ईमानदारी से जीवन व्यतीत करें।
घर की स्वच्छता बनाए रखें मां दुर्गा को स्वच्छता अत्यधिक प्रिय होती है। इसलिए घर को साफ-सुथरा रखें और नियमित रूप से सफाई करें। गंदगी से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है। खासतौर पर पूजा स्थल को शुद्ध और स्वच्छ बनाए रखना चाहिए और सुबह-शाम मां की आरती अवश्य करें।
तुलसी के पत्ते न तोड़ें पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए क्योंकि इस समय तुलसी माता विश्राम करती हैं। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता। हालांकि, आप तुलसी की पूजा कर सकते हैं और नियमित रूप से जल अर्पित कर सकते हैं।