बसंत पंचमी के दिन हर जगह हजारों शादियाँ सम्पन्न होती हैं। इस दिन कवि और लेखक अपने शब्दों में वसंत का स्वरूप चित्रित करते हैं।
यह त्योहार विशेष रूप से देवी सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है।
आज हम आपको बताएंगे कि बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की पूजा कैसे करें और कौन से मंत्रों के माध्यम से उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र पहनकर देवी सरस्वती की पूजा की जानी चाहिए।
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बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र पहनकर देवी सरस्वती की पूजा की जानी चाहिए।
वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 11:54 बजे प्रारंभ हो रही है, जो अगले दिन अर्थात् 3 फरवरी को सुबह 9:36 बजे समाप्त होगी।
उदय तिथि के अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व 3 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा।
हमारे शास्त्रों में प्रत्येक देवता को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। इसी तरह, बसंत पंचमी के दिन आप देवी सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए “ॐ ऐं सरस्वती नमः” मंत्र का जाप कर सकते हैं।
इसके अलावा, ‘ॐ ऐं महासरस्वत्ये नमः’ मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। आप पूजा के दौरान इन मंत्रों का उच्चारण करें और देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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