वरुथिनी एकादशी व्रत से मिलती है पापों से मुक्ति, जीवन में आती है सुख-समृद्धि और मिलती है मोक्ष की ओर अग्रसर होने की शक्ति।
वरुथिनी एकादशी 2025 की तिथिइस वर्ष वरुथिनी एकादशी 24 अप्रैल, गुरुवार को मनाई जाएगी। व्रत का शुभ समय 23 अप्रैल शाम 4:43 से 24 अप्रैल दोपहर 2:32 बजे तक रहेगा।
व्रत का महत्वयह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इसे करने से भूत, भविष्य और वर्तमान के सभी पाप नष्ट होते हैं।
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पीली चीजें अर्पित करेंभगवान विष्णु को पीला रंग प्रिय है। पूजा में पीले फूल, फल, चंदन और मिठाई अर्पित करें। पीले वस्त्र पहनें।
शंख से करें अभिषेकशंख से भगवान विष्णु का अभिषेक करें और उसे पूजित कर बजाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति आती है।
तुलसी पत्र का अर्पणविष्णु पूजा में तुलसी पत्र अनिवार्य है। इससे भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
घी का दीपक जलाएंगाय के घी का दीपक जलाकर "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करें। इससे लक्ष्मी का वास होता है।
दान-पुण्य करेंइस दिन अन्न, वस्त्र, तिल, जल से भरा घड़ा दान करें। इससे वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और पुण्य प्राप्त होता है।
पाएं हर संकट से मुक्तिवरुथिनी एकादशी पर नियमपूर्वक व्रत और पूजा से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है।
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