रंभा तीज व्रत क्या है?रंभा तीज व्रत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। यह महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और वैवाहिक खुशहाली के लिए किया जाता है।
कब मनाया जाएगा रंभा तीज 2025?इस वर्ष रंभा तीज व्रत 29 मई, गुरुवार को रखा जाएगा। यह खास पर्व उत्तर भारत के साथ-साथ कई अन्य राज्यों में भी मनाया जाता है।
रंभा तीज का धार्मिक महत्वरंभा तीज व्रत से वैवाहिक जीवन में प्रेम, समर्पण और सामंजस्य बढ़ता है। पति-पत्नी के बीच रिश्ते मजबूत होते हैं।
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पूजा की तैयारी और विधिसुबह स्नान करके संकल्प लें। देवी रंभा या गौरी माता की पूजा करें। रोली, चावल, फल और फूल से पूजा सम्पन्न करें।
व्रत का पालन कैसे करें?दिनभर फलाहारी या निर्जला व्रत रखें। शाम को पूजा और कथा सुनने के बाद व्रत खोलें।
रात्रि पूजा की खासियतकई जगह रंभा तीज की पूजा रात्रि में की जाती है। इसमें महिलाएं देवी रंभा या गौरी माता की मूर्ति के सामने कथा सुनती हैं।
रंभा तीज व्रत के लाभयह व्रत पति की आयु और स्वास्थ्य में वृद्धि करता है। कन्याओं को योग्य वर पाने का आशीर्वाद भी देता है।
स्त्रियों के लिए सौभाग्य का स्रोतरंभा तीज स्त्री के सौंदर्य, सौभाग्य और मानसिक शांति को बढ़ाता है। यह व्रत जीवन में सुख-शांति लाता है।
कैसे बनाएं जीवन मंगलमय?श्रद्धा और भक्ति के साथ रंभा तीज व्रत करें। वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाएं और परिवार में प्रेम बनाए रखें।
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