अपरा एकादशी 2025 कब है और क्यों खास है?अपरा एकादशी 2025 को 23 मई, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। यह दिन पापों से मुक्ति और पुण्य प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
अपरा एकादशी का धार्मिक महत्वशास्त्रों के अनुसार, इस दिन व्रत और दान करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। यह तिथि विशेष रूप से सफलता और समृद्धि देने वाली मानी गई है।
किसे करना चाहिए यह व्रत?जो लोग बार-बार असफलता, आर्थिक संकट या मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं, उनके लिए अपरा एकादशी का व्रत अत्यंत लाभकारी होता है।
Fill in some text
अन्न दान से मिलेगा अपार पुण्यइस दिन चावल, गेहूं, मूंग दाल, तिल और चना जैसे अन्न का दान करने से कई जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है। यह सबसे श्रेष्ठ दान माना गया है।
जल से भरे मटके का दान क्यों करें?गर्मियों में शीतल जल से भरे मटके या कलश का दान करने से व्यक्ति को अक्षय पुण्य और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। इसे जीवन दान की संज्ञा दी जाती है।
वस्त्र दान से दूर होगी दरिद्रतासफेद या पीले रंग के कपड़े ज़रूरतमंदों को देने से दरिद्रता का नाश होता है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
तांबे और पीतल के बर्तन क्यों दान करें?इन धातुओं के पात्र दान करने से मानसिक शांति, रोगों से मुक्ति और परिवार में संतुलन बना रहता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
दीपक, घी और धूप का दानपूजन सामग्री जैसे घी से बने दीपक, धूप और गौघृत का दान आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खोलता है और वातावरण को पवित्र बनाता है।
व्रत और दान से मिलेगा दोगुना फलश्रद्धा और नियम से किए गए व्रत के साथ जब सही दान भी किया जाए, तो उसका फल कई गुना होकर जीवन में शुभ परिवर्तन लाता है।
क्या सच में भगवान हैं? प्रेमानंद जी महाराज ने दिया चौंकाने वाला जवाब!