अपरा एकादशी 2025 कब है? अपरा एकादशी व्रत इस वर्ष 23 मई 2025, शुक्रवार को रखा जाएगा। यह दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए बेहद शुभ माना जाता है।

Floral Separator

क्यों मनाई जाती है अपरा एकादशी? इस एकादशी को पापों के नाश और मोक्ष की प्राप्ति के लिए मनाया जाता है। व्रत और भोग से भगवान श्रीहरि की कृपा सहजता से प्राप्त होती है।

Floral Separator

भोग अर्पण का महत्व अपरा एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रिय भोग अर्पित करने से जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और भाग्य का द्वार खुलता है।

Floral Separator

Fill in some text

पहला भोग - आम का हलवा शुद्ध घी में बना आम का हलवा विष्णु जी को अर्पित करें। यह भोग मनोकामनाएं पूर्ण करता है और गुरुदोष से मुक्ति दिलाता है।

Floral Separator
Floral Separator

क्यों पसंद है विष्णु को आम? ज्येष्ठ माह का पीला और मीठा आम विष्णु जी को अत्यंत प्रिय है। आम से बना भोग शुभ फल प्रदान करता है।

Floral Separator

दूसरा भोग - केसर खीर केसर युक्त खीर लक्ष्मी-विष्णु दोनों को प्रिय है। इसे अर्पित करने से धन और समृद्धि के द्वार खुलते हैं।

Floral Separator

कब करें केसर खीर का भोग? प्रातः स्नान के बाद या संध्या में भगवान को केसर खीर अर्पित करें और लक्ष्मी कृपा की कामना करें।

Floral Separator

तीसरा भोग - भूने चने साधारण दिखने वाले भूने चने विष्णु जी को अत्यंत प्रिय हैं। विवाह और स्वास्थ्य संबंधी बाधाएं इससे दूर होती हैं।

Floral Separator

व्रत और भोग से क्या लाभ? श्रद्धा से व्रत और भोग करने से पाप नष्ट होते हैं, भाग्य खुलता है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद जीवन में स्थायी सुख देता है।

Floral Separator

मन की सफाई कैसे करें? जानिए प्रेमानंद जी महाराज के 9 गहरे रहस्य