हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत रखा जाता है, जो देवों के देव भगवान शिव को समर्पित है।

इस व्रत में भगवान शिव की आराधना करने से साधक की सभी समस्याएं समाप्त होती हैं और उसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

माना जाता है कि प्रदोष व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन उपवास रखने से उनके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

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दिसंबर प्रदोष व्रत तिथि 2024 हर माह आने वाले प्रदोष व्रत अपने अलग-अलग महत्व के लिए प्रसिद्ध होते हैं, लेकिन वर्ष 2024 में पौष माह के प्रदोष व्रत को अत्यधिक खास माना गया है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष में यह व्रत 28 दिसंबर 2024 को पड़ रहा है। यह वर्ष 2024 का अंतिम प्रदोष व्रत होगा और चूंकि इस दिन शनिवार है, इसलिए इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाएगा।

पंचांग के अनुसार, 28 दिसंबर 2024 को शूल योग का निर्माण हो रहा है, जो रात 10 बजकर 23 मिनट तक प्रभावी रहेगा।

इस अवधि में अनुराधा नक्षत्र का संयोग भी रहेगा। ऐसी मान्यता है कि इस विशेष दिन भगवान शिव और शनि देव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

पूजा के दौरान शिव चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

यह साधक को न केवल भगवान शिव का आशीर्वाद दिलाता है, बल्कि शनि देव की कृपा से भी जीवन में आने वाली कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।

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