Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 63 Shloka 63 – गीता अध्याय 2 श्लोक 63 अर्थ सहित – क्रोधाद्भवति सम्मोहः सम्मोहात्स्मृतिविभ्रमः
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 63 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 63 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता, जो हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो ज्ञान दिया, वह न केवल आध्यात्मिक मार्गदर्शन है, बल्कि व्यवहारिक जीवन के लिए भी … Read more