Same Gotra Marriage| गोत्र अगर एक ही हो तो क्यों नहीं करनी चाहिए शादी| जाने क्या है इसका धार्मिक कारण
गोत्र का अर्थ:हिंदू धर्म में विवाह को केवल सामाजिक अनुबंध नहीं माना गया है, बल्कि इसे जीवन का एक अत्यंत पवित्र संस्कार कहा गया है। यह संस्कार न केवल दो व्यक्तियों को, बल्कि दो परिवारों और दो वंश परंपराओं को जोड़ता है। सनातन धर्म में विवाह का उद्देश्य केवल साथ रहने तक सीमित नहीं है, … Read more