Shri Krishna|भगवान श्री कृष्ण को ये 9 चिज़े है अति प्रिय |जाने इनके नाम और कारण

Shri Krishna Information in Hindi: हिंदू धर्म ग्रंथ और पुराणों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। मान्यता यह भी है कि भगवान श्री कृष्ण अपने आप में ही पूर्ण अवतार हैं। भगवान कृष्ण को मुरलीधर, गिरिधर, बाँके बिहारी, देवकीनंदन जैसा कई नामो से जाना जाता है। आज हम आपको भगवान कृष्ण से संबंधित ऐसी रोचक जानकारी देंगे जो आज भी उन्हें अति प्रिय है।

Shri Krishna Facts

श्री कृष्ण की प्रिय गाय का नाम क्या था?

भगवान श्री कृष्ण को कई गायें प्रिय थी उनका नाम था- गंगा, पिंगला, पिसांगी, मणिकस्थानी, सुरभि, नंदा, सुभद्रा, बहुला, मंगला, वंशीप्रिया और हंसि सबसे प्रमुख थीं। सभी गायों में सुरभि को सबसे चमत्कारी और पवित्र माना जाता था।

श्री कृष्ण की बासुरी का नाम क्या था?

श्री कृष्ण की बांसुरी का नाम महानंदा था।

श्री कृष्ण की बांसुरी का नाम महानंदा कैसे पड़ा?

भगवान कृष्ण की बांसुरी का नाम महानंदा इसलिए पड़ा क्योंकि बांसुरी की धुन सभी को महान आनंद प्रदान करती थी। जिसका कारण बांसुरी का नाम “महानंदा” पड़ा। कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह बांसुरी भगवान शिव ने बाल कृष्ण को उपहार में दिया था।

श्री कृष्ण ने मोर पंख क्यों धारण किया?

पौराणिक मान्यता के अनुसार एक बार जब भगवान कृष्ण बांसुरी बजा रहे थे तब राधा रानी नृत्य करने लगी और उनके साथ ही मोर भी नृत्य करने लगे, तभी एक मोर का पंख टूट कर नीचे गिर गया जिसे भगवान कृष्ण ने उठा कर अपने माथे पर सजा लिया।

श्री कृष्ण का रंग किस वर्ण का है?

श्रीकृष्ण के स्वरूप का वर्णन शास्त्रों और पुराणों में श्यामवर्ण या घनश्याम के रूप में किया गया है। उनका रंग मेघों की गहन छाया जैसा बताया जाता है, जो आकर्षक और मनमोहक प्रतीत होता है। इसी कारण उन्हें ‘श्यामसुंदर’ भी कहा जाता है। उनके श्यामवर्ण रूप में दिव्यता और माधुर्य दोनों का अद्भुत संगम दिखाई देता है। यह रंग उनके अलौकिक व्यक्तित्व और विश्वमोहक आकर्षण का प्रतीक माना जाता है।

श्री कृष्ण को कौन से फुल अति प्रिय है, और क्यों?

भगवान कृष्ण को कदंब, तुलसी, कमल और वैजयंती के फूल अति प्रिय हैं। तुलसी के बिना भगवान कृष्ण की पूजा अधूरी मानी जाति भगवान कृष्ण को तुलसी की मंजरी बहुत प्रिय है, कमल शुद्धि और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। कदंब का फूल उनके बचपन से जुड़ा हुआ है, वाह बाल समय में कदंब के पेड़ पर चढ़ कर खेला करते थे। वैजयंती के फूलों की माला वह स्वयं धारण करते हैं।

श्री कृष्ण का प्रिय भोजन क्या है?

भगवान श्री कृष्ण को माखन – मिश्री बहुत प्रिय है। क्योंकि बचपन में उनकी मां यशोदा उन्हें खूब माखन-मिश्री खिलाती थीं।भगवान कृष्ण को साग भी बहुत प्रिय है, श्री कृष्ण ने दुर्योधन के 56 भोग को त्यागकर विदुर के घर की बानी साग को ग्रहण किया था।

श्री कृष्ण का प्रिय पेड कौन सा है और क्यों?

श्रीकृष्ण का प्रिय वृक्ष कदंब का पेड़ माना जाता है। कदंब वृक्ष की छांव में वे बांसुरी बजाते और गोपियों के साथ रास रचाते थे। इस पेड़ को उनके बाल्यकाल की अनेक लीलाओं से जोड़ा गया है। कदंब वृक्ष की सुगंधित छाया और इसकी मधुरता श्रीकृष्ण के सौम्य और प्रेममय स्वभाव का प्रतीक मानी जाती है। यही कारण है कि इसे उनका प्रिय पेड़ कहा जाता है।

श्री कृष्ण का प्रिय शब्द क्या है?

भगवान कृष्ण का प्रिय शब्द “राधा” माना जाता है, क्योंकि उनके हृदय में राधारानी का नाम सदा बसता है। पुराणों और भक्त साहित्य में वर्णन मिलता है कि कृष्ण के होंठों से सबसे मधुर और प्रिय उच्चारण राधा नाम का ही होता है। भक्तजन भी मानते हैं कि जब-जब कृष्ण नाम लिया जाता है, तो उसमें राधा का स्मरण अपने आप जुड़ जाता है। यही नाम उन्हें आनंद और प्रेम की पूर्णता का अनुभव कराता है। इस प्रकार “राधा” शब्द को श्रीकृष्ण का सबसे प्रिय शब्द माना गया है।

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