Sept Masik Shivratri 2025| मासिक शिवरात्रि सितंबर 2025 के महीने में कब| जाने तिथि और इस दिन पर बन रहे शुभ योग

Ashwin Masik Shivratri 2025 : आश्विन मासिक शिवरात्रि का महीना देवी-देवताओं की उपासना और श्रद्धा का विशेष समय माना जाता है। यह पूरा माह मां दुर्गा को समर्पित होता है, क्योंकि इसी महीने में भव्य रूप से शारदीय नवरात्र का आयोजन किया जाता है। इस पावन अवसर पर जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की गहन श्रद्धा और भक्ति से पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं, इसी माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2025) मनाई जाती है। मान्यता है कि चतुर्दशी तिथि स्वयं देवों के देव महादेव को अत्यंत प्रिय है।

इस दिन भक्तगण महादेव और माता पार्वती की आराधना करते हैं और शिव-शक्ति की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं। यह मासिक शिवरात्रि का व्रत केवल विवाहित लोग ही नहीं, बल्कि अविवाहित युवक-युवतियां भी श्रद्धा से करते हैं। अविवाहितों के लिए यह व्रत शीघ्र विवाह और उत्तम जीवनसाथी प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है, वहीं विवाहितों को दांपत्य जीवन में सुख, शांति और सौहार्द प्रदान करता है।

मासिक शिवरात्रि
Sept Masik Shivratri 2025

धार्मिक मान्यता के अनुसार मासिक शिवरात्रि का व्रत अत्यंत फलदायी होता है। ऐसा विश्वास है कि इस व्रत को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने वाले साधक की हर मनोकामना पूर्ण होती है। विशेष रूप से अविवाहित युवाओं के लिए यह व्रत शीघ्र विवाह का मार्ग प्रशस्त करता है। इस दिन भक्तजन गहन श्रद्धा के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं और उनसे सुख-समृद्धि, वैवाहिक जीवन की सफलता तथा जीवन के कष्टों से मुक्ति की कामना करते हैं।

आश्विन मासिक शिवरात्रि 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त

आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि की तिथि और शुभ मुहूर्त वैदिक पंचांग के अनुसार निश्चित किए जाते हैं। इस वर्ष आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 सितंबर 2025 को रात 11 बजकर 36 मिनट से होगा और इसका समापन 21 सितंबर 2025 को रात 12 बजकर 16 मिनट पर होगा। भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से निशा काल में की जाती है, क्योंकि यह काल महादेव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

अतः इस बार आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि 19 सितंबर की रात को मनाई जाएगी। इस दिन निशा काल में शिवपूजन का शुभ समय रात 11 बजकर 51 मिनट से लेकर 12 बजकर 38 मिनट तक निर्धारित है। इस अवधि में विधिपूर्वक शिव और पार्वती की पूजा करने से भक्त को विशेष पुण्य और उनकी दिव्य कृपा प्राप्त होती है।

आश्विन मासिक शिवरात्रि 2025 शुभ योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि इस बार अत्यंत शुभ संयोग लेकर आ रही है। विद्वानों का कहना है कि इस पावन अवसर पर सिद्ध योग और साध्य योग का विशेष मिलन होगा। इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त और मघा नक्षत्र का संयोग इसे और भी अधिक मंगलकारी बना देगा। धार्मिक मान्यता है कि जब ऐसे शुभ योग बनते हैं, तब भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से भक्त को अक्षय फल प्राप्त होता है और उसके जीवन में सुख, शांति तथा समृद्धि का संचार होता है। इस दिन व्रत और उपासना का महत्व कई गुना बढ़ जाता है और साधक को शीघ्र ही अपने प्रयासों का सकारात्मक फल प्राप्त होता है।


सूर्योदय सुबह 06 बजकर 08 मिनट पर होगा और सूर्यास्त शाम 06 बजकर 21 मिनट पर। ब्रह्म मुहूर्त का शुभ समय प्रातः 04 बजकर 34 मिनट से 05 बजकर 21 मिनट तक रहेगा, जो ध्यान और जप के लिए सर्वोत्तम माना गया है। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से लेकर 03 बजकर 06 मिनट तक रहेगा, जिसमें किए गए कार्य सफल होते हैं। गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 21 मिनट से 06 बजकर 45 मिनट तक का होगा, जबकि निशिता मुहूर्त रात्रि 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक का रहेगा। इस कालखंड में भगवान शिव का पूजन विशेष फलदायी होता है और साधक को उनकी कृपा सहज ही प्राप्त होती है।

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