Shri Krishna Chalisa| श्री कृष्ण चालीसा |जीवन में सुख-शांति और सफलता के लिए करे ये पाठ

कृष्ण

Shri Krishna Chalisa Path: हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण की उपासना को अत्यंत फलदायक और पुण्यकारी माना गया है। उन्हें भगवान विष्णु का अवतार ही नहीं, बल्कि पूर्णावतार भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने मानव जीवन के हर पहलू को स्वयं अनुभव किया है। धार्मिक मान्यता है कि जो भी व्यक्ति सच्ची आस्था और समर्पण … Read more

Narmadeshwar Shivling Katha| नर्मदेश्वर शिवलिंग बनने की पौराणिक कथा

Narmadeshwar Shivling Katha :भगवान शिव की आराधना के लिए शिवलिंग की पूजा को महत्व दिया गया है। शिवलिंग भी कई प्रकार के होते हैं, जैसे – नर्मदेश्वर शिवलिंग,स्वयंभू शिवलिंग, जनेऊधारी शिवलिंग, पारद शिवलिंग, तथा स्वर्ण और रजत (सोने-चांदी) से निर्मित शिवलिंग। इन सभी में नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया … Read more

श्री राधारानी को श्रीदामा का श्राप | क्यों श्री राधारानी को पृथ्वी पर मानव रूप में जन्म लेना पड़ा | 100 वर्षों तक श्रीकृष्ण से वियोग

श्रीराधारानी और श्रीकृष्ण की लीलाएं केवल प्रेम की सीमित परिभाषाओं में नहीं बाँधी जा सकतीं। वे दिव्य तत्वों से बनी वह रहस्यमयी रसधारा हैं, जो आत्मा को उसके परम लक्ष्य तक ले जाती हैं। श्री राधा और श्री कृष्ण की प्रत्येक लीला में न केवल भावनाओं का चरम रूप होता है, बल्कि गूढ़ आध्यात्मिक रहस्य … Read more

Radha Ashtami 2025| राधा अष्टमी 2025 में कब | विवाह में आ रही बाधा के लिए करें ये उपाय

Radha Ashtami 2025 Date: राधाष्टमी , जिसे राधा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो देवी राधा के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। देवी राधा को भगवान श्रीकृष्ण की परम आराध्या और प्रेम, भक्ति तथा पवित्रता की प्रतीक माना जाता है। यह पर्व … Read more

गोलोक वृंदावन में श्री राधारानी का जन्म(प्राकट्य) कैसे हुआ? जानिए रस-मंडल की अद्भुत कथा

सनातन धर्म के प्रेम की सर्वोच्च प्रतिमूर्ति श्रीमति राधारानी का प्राकट्य कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि सम्पूर्ण ब्रह्मांड के आध्यात्मिक संतुलन की नींव है। वे केवल श्रीकृष्ण की प्रेयसी नहीं, बल्कि उनकी आत्म-शक्ति, उनका दूसरा रूप हैं। राधा और कृष्ण, वास्तव में, एक ही परब्रह्म के दो स्वरूप हैं — ऊर्जा और ऊर्जावान, प्रेम और … Read more

Hal Sasthi 2025| हल षष्ठी 2025 में कब| जाने तिथि और पूजा विधि

Hal Sasthi 2025 Date: हिंदू धर्म में हल षष्ठी का अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के अग्रज बलराम जी का जन्म हुआ था। बलराम जी को विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे — बलदेव, बलभद्र, हलधर, हलायुध और संस्कार। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, … Read more

Hariyali Teej 2025| हरियाली तीज पर सुहागन महिलाएं क्यों लगाती है मेहंदी| जाने शुक्र ग्रह और माता पार्वती से क्या है संबंध

Hariyali Teej 2025 : हरियाली तीज भारतीय परंपरा में एक विशेष स्थान रखने वाला पर्व है, जिसे खासतौर पर विवाहित महिलाएं आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं। यह पर्व सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में हरियाली तीज की तिथि 4 अगस्त को तय है। इस … Read more

भगवद गीता अध्याय 3 श्लोक 21 का अर्थ: श्रेष्ठ पुरुष का आचरण समाज का मार्गदर्शक कैसे बनता है?

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 3 श्लोक 21 (Bhagavad Geeta Adhyay 3 Shloka 21 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 3 का यह श्लोक 21 कर्मयोग के सिद्धांत को सामाजिक दृष्टिकोण से स्पष्ट करता है। इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को यह बताते हैं कि समाज जिनका अनुसरण करता है, वे श्रेष्ठजन यदि शुद्ध और आदर्श आचरण … Read more

श्री राधारानी ने मायापुर, नवद्वीप-धाम की रचना क्यों की? जानिए अनंत संहिता की दिव्य कथा

जब हम श्रीराधा और श्रीकृष्ण की प्रेमगाथा की बात करते हैं, तो वह केवल कोई साधारण कथा नहीं होती — वह साक्षात प्रेम की पराकाष्ठा, आत्मा की पुकार और भगवान को भी आकर्षित कर लेने वाली भक्ति का अद्वितीय उदाहरण होती है। ऐसे ही दिव्य प्रेम की एक अविस्मरणीय लीला है — श्री मायापुर, नवद्वीप-धाम … Read more

Hartalika Teej Vrat Katha| हरियाली तीज व्रत कथा | इस व्रत कथा को सुनने से मिलता है सौभाग्य का आशीर्वाद

Hariyali Teej Vrat Katha: हरियाली तीज व्रत से जुड़ी पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि माता पार्वती ने इस व्रत को कठिन तप और श्रद्धा से किया था, जिससे वे भगवान शिव को अपने पति रूप में प्राप्त कर सकीं। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं द्वारा सौभाग्य और दांपत्य सुख की प्राप्ति के … Read more

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