जाने क्यों भगवान शिव ने शनिदेव को 19 साल तक पीपल के पेड़ से उल्टा लटकाये रखा था

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शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, और उनके प्रकोप से लोग बहुत डरते हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब शनिदेव ने ऐसा कृत्य किया, जिसके कारण भगवान शिव ने उन्हें सजा दी। आइए जानते हैं इस पूरे प्रसंग को विस्तार से। शनिदेव का नाम सुनते ही उनके प्रकोप की भयावहता की … Read more

इन 5 संकेतों से समझें कि भगवान आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला रहे हैं

जीवन में कई बार ऐसा होता है कि हम किसी चीज के लिए पूरी मेहनत करते हैं, फिर भी वह चीज हमें नहीं मिलती। कई बार ऐसा भी होता है कि जीवन में दुखों का अंबार लग जाता है, और ऐसे समय में हम भगवान से शिकायत करने लगते हैं कि वे हमें इतना दुःख … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 41 Shloka 41 | गीता अध्याय 2 श्लोक 41 अर्थ सहित | व्यवसायात्मिका बुद्धिरेकेह…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 41 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 41 in Hindi): श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय दर्शन का अनमोल ग्रंथ है, जो जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन प्रदान करता है। गीता के दूसरे अध्याय का श्लोक 2.41 (Bhagavad Gita Chapter 2 Shloka 41), “व्यवसायात्मिका बुद्धिरेकेह कुरुनन्दन…” हमें यह सिखाता है कि एकाग्रता और दृढ़निश्चय … Read more

Ajamila Ki Katha: अजामिल की कथा, भगवान के नामोच्चारण से पापमुक्ति की दिव्य महिमा

अजामिल की कथा: श्रीमद्भागवत में भगवान के शरणागत भक्तों की महिमा वर्णित है। गुरु भगवान ने कहा है कि भगवान के शरण में रहने वाले विरले भक्तों के पाप भगवान के नामोच्चारण से उसी प्रकार नष्ट हो जाते हैं, जैसे सूर्य के प्रकाश से कोहरा। जिस व्यक्ति ने अपने मन रूपी मधुकर को भगवान श्रीकृष्ण … Read more

Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 40 Shloka 40 | गीता अध्याय 2 श्लोक 40 अर्थ सहित | नेहाभिक्रमनाशोSस्ति प्रत्यवायो…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 40 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 40 in Hindi): भगवद गीता, भारतीय दर्शन का अमूल्य ग्रंथ है, जो जीवन के हर पहलू पर प्रकाश डालता है। इसमें श्रीकृष्ण अर्जुन को जीवन, कर्म और धर्म के गूढ़ रहस्यों को समझाते हैं। गीता के दूसरे अध्याय का यह श्लोक (2.40) (Bhagavad Gita … Read more

Vivah Panchami 2024: दिसंबर में विवाह पंचमी कब है? जाने सही तिथि और पूजा विधि

मार्गशीर्ष यानी अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान राम और माता सीता का विवाह संपन्न हुआ था। इसी कारण यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसे विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन किए गए धार्मिक कार्य और राम-सीता का विवाह अनुष्ठान वैवाहिक जीवन … Read more

November Amavasya 2024:दर्श अमावस्या कब है? जाने पितरों की शांति के लिए पूजा विधि

हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है। हर महीने में एक बार आने वाली अमावस्या को दर्श अमावस्या भी कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से पितरों की शांति और तर्पण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अतिरिक्त, दर्श अमावस्या चंद्र देव की पूजा का दिन भी है। 2024 में … Read more

Peeli Pokhar Barsana: राधा रानी के स्पर्श से पीला हो गया था कुंड

बरसाना स्थित पीली पोखर, ब्रजमंडल के पवित्र स्थलों में से एक है। राधारानी के जन्मस्थान पर मौजूद इस अद्वितीय कुंड को प्रिया कुंड के नाम से भी जाना जाता है। यह कुंड राधा–कृष्ण की दिव्य लीलाओं का साक्षी रहा है, और यहां भक्तजन उनके प्रेम और लीलाओं का स्मरण करने आते हैं।पीली पोखर के निर्माण … Read more

Kaal Bhairav Jayanti 2024 Upaay: काल भैरव जयंती पर करें ये आसान उपाय, शत्रुओं का होगा नाश, धन के साधनों में होगी वृद्धि

मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है, जिसे कालाष्टमी भी कहा जाता है। इस वर्ष यह शुभ तिथि 22 नवंबर 2024 को पड़ रही है। काल भैरव भगवान शिव का रौद्र स्वरूप हैं। उनकी पूजा-अर्चना करने से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और शत्रुओं से मुक्ति … Read more

Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय, भारी रहेगी तिजोरी

पूर्णिमा का दिन हमेशा से ही शुभ और लाभकारी माना गया है, और कार्तिक मास की पूर्णिमा का अपना विशेष महत्व है। इस दिन लोग भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करते हैं और दान-पुण्य करते हैं, जिससे जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि का संचार होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस … Read more

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