Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 59 Shloka 59 | गीता अध्याय 2 श्लोक 59 अर्थ सहित | विषया विनिवर्तन्ते निराहारस्य…..
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 2 श्लोक 59 (Bhagavad Gita Chapter 2 Verse 59 in Hindi): भगवद्गीता, जो सनातन धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, हमें जीवन के मूलभूत सत्य और आध्यात्मिक मार्गदर्शन की राह दिखाती है। अध्याय 2 का 59वां श्लोक इस बात पर प्रकाश डालता है कि इन्द्रिय भोगों से स्थायी रूप से … Read more