Jagannath Mandir Ke Rahasya| जगन्नाथ मंदिर के अदभुत रहस्य | जानिये ब्रह्म तत्व की किंवदंतियां

जगन्नाथ मंदिर

जगन्नाथ मंदिर के बारे में: जब भगवान श्रीकृष्ण ने अपना देह त्याग किया, तो उनके शरीर का अंतिम संस्कार विधिपूर्वक किया गया। पंचतत्व में विलीन होने की प्रक्रिया में उनका सम्पूर्ण शरीर अग्नि को समर्पित कर दिया गया, परंतु एक अद्भुत चमत्कार घटित हुआ—श्रीकृष्ण का हृदय अग्नि में नष्ट नहीं हुआ। वह हृदय वैसा ही … Read more

Mahabharat | द्रौपदी पिछले जन्म में कौन थी | किस कारण बनी थी 5 पांडवो की पत्नी

Mahabharat Story : महाभारत की प्रमुख पात्रों में द्रौपदी का नाम सर्वोपरि है। वे पांचों पांडव — युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव — की पत्नी के रूप में जानी जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके पांच पतियों से विवाह का रहस्य उनके पूर्व जन्म से जुड़ा हुआ है? इस कथा के … Read more

Mahabharat| महाभारत के भीष्म पितामह 58 दिन बाणों पर क्यों लेटे रहे? जानें उनकी इच्छा मृत्यु और मोक्ष की रहस्यमयी कथा

Mahabharat Story: भीष्म पितामह एक ऐसे योद्धा और तपस्वी थे जिन्होंने आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत लिया, हस्तिनापुर की सेवा को अपना धर्म माना और अंत तक धर्म के मार्ग पर चलने का प्रयास किया। महाभारत युद्ध में भीष्म पितामह कौरव पक्ष के सेनापति थे और अर्जुन के बाणों से बिंधकर शर शय्या पर गिर पड़े। … Read more

Mahabharat | महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने क्यों तोड़ा युद्ध ना लड़ने का प्रण |भीष्म पितामह को मारने क्यों दौड़े भगवान कृष्ण

Mahabharat Story: यह प्रसंग महाभारत के युद्ध का है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं युद्ध में शस्त्र न उठाने का संकल्प लिया था। उन्होंने अर्जुन के सारथी बनकर उसे धर्म का मार्ग दिखाया। लेकिन युद्ध के दौरान एक ऐसा क्षण भी आया जब उन्हें अपना यह प्रण तोड़ने की नौबत आ गई। आइए जानते हैं … Read more

Mahabharat: क्या अंगराज कर्ण का पहला प्रेम द्रौपदी थी? जानिये किससे हुआ था कर्ण का विवाह और उनके कितने पुत्र थे

महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक अंगराज कर्ण का जीवन अनेक रहस्यों और संघर्षों से भरा हुआ था। जन्म से कुंती पुत्र होने के बावजूद वह सूत पुत्र के नाम से जाना गया, जिससे उसे समाज में बार-बार अपमान सहना पड़ा। दुर्योधन ने कर्ण को अपना मित्र बनाकर अंगदेश का राजा बनाया, लेकिन समाज … Read more

कालाग्नि एक दिव्य ज्वाला जो भगवान शिव के मुख से प्रकट हुई थी, सृष्टि के संहार और सृजन दोनो से जुड़ी है ये दिव्य ज्वाला

भगवान शिव की एक अद्भुत और विनाशकारी शक्ति है उनके मुख से प्रकट हुई भयंकर ज्वाला, जिसे कालाग्नि के नाम से जाना जाता है। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शक्तिशाली पौराणिक घटना है, लेकिन यह ज्वाला क्यों प्रकट हुई और इसके अन्य पहलू क्या हैं, यह जानना बेहद रोचक है। भगवान शिव को संहारक के … Read more

Mahabharat: शिखंडी कैसे बना एक स्त्री से पुरुष? क्यों लेना चाहता था वह भीष्म पितामह से बदला?

महाभारत के प्रसिद्ध पात्र शिखंडी का जीवन स्त्री से पुरुष बनने की यात्रा का प्रतीक है, जो उन्होंने कौरवों और पांडवों के बीच धर्मयुद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अपनाई। कथा के अनुसार, शिखंडी कुछ समय तक स्त्री के शरीर में रहे और बाद में पूरी तरह पुरुष बन गए। महाभारत में भीष्म पितामह … Read more

क्यों धारण किया था हनुमान जी ने शेर का रूप? जाने इसके पीछे की पौराणिक कथा

हनुमान जी वानर रूप में अत्यंत शक्तिशाली और पराक्रमी हैं, लेकिन एक बार उन्होंने अपने वानर स्वरूप से भी अधिक बलशाली और भयंकर शेर का रूप धारण किया था। यह जानना रोचक है कि उन्होंने ऐसा कब और किस उद्देश्य से किया। हनुमान जी से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन उनमें शायद ही … Read more

पुराणों के अनुसार कौन असुर शिवजी से ही वरदान लेकर उन्हें ही भस्म करना चाहता था?

हिंदू धर्म में भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है। वे अपने भक्तों की भक्ति से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और उन्हें मनचाहा वरदान दे देते हैं। लेकिन कई बार उनके इसी स्वभाव के कारण असुरों ने अनुचित वरदान प्राप्त कर, उसका दुरुपयोग किया। यह स्थिति कई बार देवताओं और स्वयं भगवान शिव के … Read more

क्यों कहते हैं भगवान शिव को शंभू? जानिए उनका यह नाम कैसे जुड़ा है हमारे कल्याण से

भगवान शिव को धार्मिक देवता से अधिक आध्यात्मिक देवता माना जाता है। उनके स्वरूप, नाम और प्रतीकों के पीछे गहरे आध्यात्मिक अर्थ छिपे हुए हैं। शिवजी को “शम्भू” कहा जाता है, जो केवल उनका नाम नहीं है, बल्कि उनकी उत्पत्ति और अस्तित्व का भी गूढ़ व्याख्यान करता है। शम्भू नाम का अर्थ (Shambhu Naam ka … Read more

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