Mahabharat| भीष्म पितामह के पास इच्छा मृत्यु का वरदान| फ़िर भी बाणों की शय्या पर क्यों पड़े रहे भीष्म पितामह| जाने कारण

भीष्म

Mahabharat: भीष्म पितामह, जिन्हें इच्छा मृत्यु का अमूल्य वरदान प्राप्त था। यह वरदान उन्हें उनके पिता महाराज शांतनु से मिला था, और इसी वरदान के कारण वे बाणों की शैय्या पर पड़े रहने के बावजूद भी अपने प्राणों का त्याग नहीं कर सके, जब तक उन्होंने स्वयं नहीं चाहा।इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे … Read more

कौन थे अक्रूर जी |शास्त्रों के अनुसार अक्रूर जी का श्री कृष्ण से क्या सम्बंध था

श्री कृष्ण और अक्रूर जी का क्या संबंध था: भारतीय अध्यात्म और पुराणों के विशाल संसार में अनेक पात्र ऐसे हैं जिनका वर्णन भले ही संक्षिप्त रूप से मिले, परंतु उनका योगदान अत्यंत गहन और अर्थपूर्ण होता है। श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े ऐसे ही एक प्रमुख पात्र हैं—अक्रूर जी। उनका नाम सुनते ही एक … Read more

Akka Mahadevi| अक्का महादेवी कौन थी| क्यों उतार दिए उन्होंने भरी सभा में अपने कपड़े

Akka Mahadevi: अक्का महादेवी भारतीय संत परंपरा की एक ऐसी महान विभूति हैं, जिन्होंने सामाजिक बंधनों, रूढ़ियों और स्त्री पर थोपे गए बंधनों को तोड़ते हुए भक्ति और अध्यात्म की राह पर अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने समाज के सामने यह सिद्ध किया कि आत्मा का संबंध न शरीर से है और न … Read more

Mahabharat| शिशुपाल कौन था| क्या थी उसके जन्म और मृत्यु तक की कथा

शिशुपाल कौन था: महाभारत जैसे महान ग्रंथ में अनेक चरित्र हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना एक विशेष स्थान और उद्देश्य है। उन्हीं में से एक प्रमुख चरित्र है — राजा शिशुपाल। वह न केवल चेदि नरेश था, बल्कि श्रीकृष्ण का शत्रु भी माना जाता है। उसकी कथा अहंकार, द्वेष, और भाग्य के गहन रहस्यों … Read more

Narak Chaturdashi Katha| नरक चतुर्दशी की कथा| जाने कैसे श्री कृष्ण ने किया था नरकासुर का अंत अपनी पत्नी की मदद से

Last Updated: 12 October 2025 Narak Chaturdashi Katha: नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की विशेष पूजा की जाती है और परंपरानुसार दक्षिण दिशा में यम दीपक जलाया जाता है। धार्मिक … Read more

श्री राधारानी का रंग कैसा है? जानिए उनके स्वर्णिम सौंदर्य का दिव्य रहस्य

श्री राधारानी का रंग: संसार में जब भी हम किसी अत्यंत सुंदर वस्तु या व्यक्ति का वर्णन करते हैं, तो शब्द सीमित पड़ जाते हैं। लेकिन जब विषय हो श्री राधारानी का, तब शब्दों की असमर्थता और भी स्पष्ट हो जाती है। राधारानी केवल एक स्त्री नहीं हैं, वे प्रेम की सजीव मूर्ति हैं, भक्ति … Read more

श्री राधारानी का पृथ्वी पर अवतरण कैसे हुआ? जानिए 3 दिव्य कथाएँ

जब-जब धर्म की हानि होती है और अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। परंतु क्या आपने कभी सोचा है कि प्रेम का स्रोत, भक्ति की मूर्तिमत्ता और श्रीकृष्ण की आंतरिक शक्ति – श्री राधारानी – कैसे प्रकट होती हैं? उनके पृथ्वी पर अवतरण की कथाएँ जितनी रहस्यमयी हैं, उतनी ही … Read more

Narmadeshwar Shivling Katha| नर्मदेश्वर शिवलिंग बनने की पौराणिक कथा

Narmadeshwar Shivling Katha :भगवान शिव की आराधना के लिए शिवलिंग की पूजा को महत्व दिया गया है। शिवलिंग भी कई प्रकार के होते हैं, जैसे – नर्मदेश्वर शिवलिंग,स्वयंभू शिवलिंग, जनेऊधारी शिवलिंग, पारद शिवलिंग, तथा स्वर्ण और रजत (सोने-चांदी) से निर्मित शिवलिंग। इन सभी में नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया … Read more

श्री राधारानी को श्रीदामा का श्राप | क्यों श्री राधारानी को पृथ्वी पर मानव रूप में जन्म लेना पड़ा | 100 वर्षों तक श्रीकृष्ण से वियोग

श्रीराधारानी और श्रीकृष्ण की लीलाएं केवल प्रेम की सीमित परिभाषाओं में नहीं बाँधी जा सकतीं। वे दिव्य तत्वों से बनी वह रहस्यमयी रसधारा हैं, जो आत्मा को उसके परम लक्ष्य तक ले जाती हैं। श्री राधा और श्री कृष्ण की प्रत्येक लीला में न केवल भावनाओं का चरम रूप होता है, बल्कि गूढ़ आध्यात्मिक रहस्य … Read more

गोलोक वृंदावन में श्री राधारानी का जन्म(प्राकट्य) कैसे हुआ? जानिए रस-मंडल की अद्भुत कथा

सनातन धर्म के प्रेम की सर्वोच्च प्रतिमूर्ति श्रीमति राधारानी का प्राकट्य कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि सम्पूर्ण ब्रह्मांड के आध्यात्मिक संतुलन की नींव है। वे केवल श्रीकृष्ण की प्रेयसी नहीं, बल्कि उनकी आत्म-शक्ति, उनका दूसरा रूप हैं। राधा और कृष्ण, वास्तव में, एक ही परब्रह्म के दो स्वरूप हैं — ऊर्जा और ऊर्जावान, प्रेम और … Read more

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