Kanya Pujan: चैत्र नवरात्रि में मातारानी की पूजा का विशेष महत्व होता है। कन्या पूजन के दौरान बिंदी, वस्त्र, मिठाई, दक्षिणा, खेल सामग्री, शैक्षणिक सामग्री और खीर-हलवा का दान करना शुभ माना जाता है।

Kanya Pujan Gift Ideas: हमारे हिंदू समाज में नवरात्रि का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है। इस पावन समय में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। कन्या पूजन इस पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें छोटी कन्याओं को भोजन कराकर उन्हें उपहार दिए जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से देवी माँ प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।
यदि आप कन्या पूजन करने का विचार कर रहे हैं, तो यहां कुछ ऐसी वस्तुएं बताई गई हैं जिन्हें दान करना मंगलकारी माना जाता है। आइए जानते हैं, कन्या पूजन में किन-किन चीजों का दान करना शुभ होता है।
चैत्र नवरात्रि के कन्या पूजन में दान की जाने वाली चीजें (Kanya Pujan Gift Ideas)
श्रृंगार सामग्री:
मां दुर्गा को श्रृंगार का सामान अत्यधिक प्रिय है। इसलिए कन्याओं को बिंदी, लिपस्टिक, मेहंदी और चूड़ियां भेंट करना शुभ माना जाता है।
वस्त्र या लाल चुनरी:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कन्याओं को वस्त्र दान करना मंगलकारी होता है। यदि वस्त्र दान करना संभव न हो, तो एक रुमाल या लाल चुनरी भेंट कर माता रानी की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
मिठाई और फल:
कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को मिठाई और फल अर्पित करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है।
दक्षिणा (पैसे):
कन्याओं को दक्षिणा के बिना कभी भी विदा नहीं करना चाहिए। बिना दक्षिणा के कन्या पूजन अधूरा माना जाता है। अपनी सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा अवश्य दें, चाहे वह थोड़ी ही क्यों न हो।
खेल सामग्री:
छोटी कन्याओं को खेल सामग्री जैसे खिलौने या पजल्स भेंट करने से वे प्रसन्न होती हैं और इससे देवी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शैक्षणिक सामग्री:
कन्याओं को पेंसिल, कॉपी, ड्रॉइंग बुक्स जैसी शैक्षणिक सामग्री भेंट करना शुभ माना जाता है। इससे उनकी शिक्षा में प्रगति होती है और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
खीर, हलवा और पूरी का भोग:
कन्या पूजन के अवसर पर खीर, हलवा और पूरी का भोग तैयार करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह भोग देवी मां को प्रिय होता है और इसे अर्पित करने से वे प्रसन्न होती हैं।
दान करते समय अपनी सामर्थ्य और श्रद्धा का ध्यान रखना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मन में श्रद्धा और भक्ति का भाव अवश्य होना चाहिए। ऐसा करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
चैत्र नवरात्रि 2025 में कब करें कन्या पूजन? (Chaitra Navratri 2025 Kanya Pujan Date)
कन्या पूजन के लिए अष्टमी और नवमी तिथि को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। चैत्र नवरात्रि 2025 में अष्टमी तिथि 5 अप्रैल, शनिवार को है, जबकि नवमी तिथि 6 अप्रैल, रविवार को रहेगी। इन दोनों ही दिनों में कन्या पूजन करना अत्यंत श्रेष्ठ माना जाता है।
नवरात्रि कन्या पूजन की विधि (Kanya Pujan Vidhi-Mantra)
- निमंत्रण:
जिस दिन आप कन्या पूजन करने का विचार कर रहे हैं, उसके एक दिन पहले ही कन्याओं को आदरपूर्वक अपने घर भोजन के लिए आमंत्रित करें। - व्यवस्था:
जब कन्याएं घर आएं, तो उनके बैठने के लिए स्वच्छ और आरामदायक स्थान की व्यवस्था करें। - भोजन:
सात्विक भोजन तैयार करें जिसमें खीर या हलवा अवश्य हो, क्योंकि ये भोग माता रानी को अत्यधिक प्रिय हैं। - तिलक और पूजा:
भोजन के बाद कन्याओं को कुमकुम से तिलक लगाएं और उनके पैरों में महावर या मेहंदी लगाएं। इस समय उन्हें देवी स्वरूप मानकर पूजन करें। - मंत्र जाप:
हाथ में फूल लेकर निम्नलिखित मंत्र का जाप करें और उन फूलों को कन्याओं के चरणों में अर्पित करें मंत्र बोले :- मंत्राक्षरमयीं लक्ष्मीं मातृणां रूपधारिणीम्।
नवदुर्गात्मिकां साक्षात् कन्यामावाहयाम्यहम्।। जगत्पूज्ये जगद्वन्द्ये सर्वशक्तिस्वरुपिणि।
पूजां गृहाण कौमारि जगन्मातर्नमोस्तु ते।। - दक्षिणा और उपहार:
पूजा के बाद अपनी सामर्थ्य के अनुसार कन्याओं को उपहार और दक्षिणा (पैसे) भेंट करें और सम्मानपूर्वक उन्हें विदा करें।
कन्या पूजन का फल (Kanya Pujan Benefits)
ऐसा विश्वास है कि नवरात्रि में कन्या पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। देवी मां की कृपा से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
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