You are currently viewing Shri Radha Rani Aarti in Hindi | श्री राधा रानी की आरती (Lyrics, PDF, Image)

Shri Radha Rani Aarti in Hindi | श्री राधा रानी की आरती (Lyrics, PDF, Image)

Last Updated: 25 March 2025

श्री राधा रानी की आरती (Radha Rani Aarti in Hindi) पूर्ण लिरिक्स (Full Lyrics), अर्थ और महत्व के साथ। भानु दुलारी की इस आरती को पढ़ने से मिलती है कृष्ण की कृपा, सुख-समृद्धि और मानसिक शांति। डाउनलोड करें Radha Rani Aarti PDF या Image

राधा रानी Radha Rani Image
Radha Rani Image

राधा रानी की आरती का महत्व (Importance of Radha Rani Aarti)

श्री राधा रानी की आरती (Radha Rani Ki Aarti) हिंदू धर्म में एक पावन भक्ति गीत है जो भगवान कृष्ण की प्रियतमा राधा जी के प्रति समर्पण को व्यक्त करता है। यह आरती भक्तों के लिए विशेष फलदायी मानी जाती है क्योंकि:

✅ आध्यात्मिक लाभ: मन को शांति मिलती है और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
✅ पारिवारिक सुख: नियमित पाठ से घर में सुख-समृद्धि आती है।
✅ मानसिक शक्ति: नकारात्मक विचार दूर होते हैं और आत्मविश्वास बढ़ता है।

कब करें आरती?

श्री राधा रानी आरती लिरिक्स हिंदी में (Radha Rani Aarti Lyrics in Hindi)

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

विराजै सिंहासन श्यामा ।
दिव्य श्री वृन्दावन धामा ।।
ढुरावै चंवर सुघर बामा ।
पलोटै पग पूरण कामा ।।

लली पग अंक ।
चापी निःशंक ।
श्याम जनु रंक ।।

पाई निधि पारस प्यारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

गौर सिर कनक मुकुट राजै ।
चन्द्रिका चारु सुछवि छाजै ।।
कुटिल कुन्तल अली भल भ्राजै ।
लखत जेहि शिखि कलाप लाजै ।।

मांग सिंदूर ।
मोतियन पूर ।
सजीवन मूर ।।

ब्रह्मा गोवर्धनधारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

श्रवण बिच करणफूल झलकै ।
नासिका बिच बेसर हलकै ।।
गयन बिच प्रेम-सुधा छलकै ।
बंधु बल के लखि लखि ललकै ।।

चपलनथ चमक ।
दसन दुति दमक ।
सुमुखि मुख रमक ।

मधुर मुसुकनी सुकुमारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

मोतियन लरु उर मणिमाला ।
चिबुक झलकत इक तिल काला ।।
शम्भू शुक दे संग करताला ।
लली गुन गावती ब्रजबाला ।।

कबहुँ मुख मुरली ।
कबहुँ दृग दुरली ।
कबहुँ दृग जुरली ।।

कबहुँ सुधि भुरनी बिहारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

कीनारिन जरिन नील सारी ।
कंचुकी कुमकुम रंग वारि ।।
चुरी कर कंकन मनहारी ।
छीन कटि किंकिनि छवि न्यारी ।।

पायलनि पगनि ।
मिहावरी लगनि ।
बिछुवनी नगनि ।।

कृपालु सुकृति कुमारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।
आरती भानु दुलारी की ।
कि श्री बरसाने वाली की ।।

📥 डाउनलोड लिंक:

राधा रानी आरती का अर्थ (Meaning of Radha Rani Aarti)

इस आरती में राधा जी के सौंदर्य, प्रेम और कृष्ण के साथ लीलाओं का वर्णन है:

  • “भानु दुलारी”: राधा जी को वृषभानु की पुत्री कहा गया है।
  • “बरसाने वाली”: राधा जी बरसाना (ब्रज) की अधिष्ठात्री देवी हैं।
  • “श्यामा”: कृष्ण की प्रिय श्यामा (राधा) का सिंहासन पर विराजमान होना।

राधा रानी आरती इमेज (Radha Rani Aarti Image)

Radha Rani aarti Image | Festivalhindu.com
Radha Rani aarti Image

आरती करने की विधि:

  1. स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. राधा-कृष्ण की मूर्ति/तस्वीर के सामने दीपक जलाएं।
  3. फूल और भोग अर्पित करें।
  4. श्रद्धा से आरती गाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

राधा रानी की आरती कब गानी चाहिए?

सुबह 5-7 बजे (ब्रह्म मुहूर्त) या शाम 6-8 बजे

क्या यह आरती घर में सुख-शांति लाती है?

हाँ! नियमित पाठ से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।

आरती का MP3 कहाँ से डाउनलोड करें?

YouTube पर “Radha Rani Aarti Song” सर्च करें या यहाँ क्लिक करें

ALSO READ:-

Shri Radha Chalisa: श्री राधा चालीसा, Lyrics, PDF, Photo जय वृषभानु कुंवरि श्री श्यामा

Shri Radha Kripa Kataksh Stotra Lyrics:राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र- मुनीन्द्र–वृन्द–वन्दिते त्रिलोक–शोक–हारिणि…

Leave a Reply