Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 12 – गीता अध्याय 1 श्लोक 12 अर्थ सहित – तस्य सञ्जनयन्हर्षं…..

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 12 – गीता अध्याय 1 श्लोक 12 अर्थ सहित - तस्य सञ्जनयन्हर्षं..... | Festivalhindu.com

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 12 (Bhagwat Geeta Ch 1 shlok 12 in Hindi): महाभारत का युद्ध भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। इस युद्ध में अनेक वीर योद्धाओं ने भाग लिया, लेकिन कुछ चरित्र ऐसे थे जो अपने अद्वितीय साहस और शक्ति के लिए सदैव याद किए जाते हैं। ऐसे ही एक महान योद्धा थे भीष्म … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 11 – गीता अध्याय 1 श्लोक 11 अर्थ सहित – अयनेषु च सर्वेषु…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 11 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shloka 11 in Hindi): महाभारत के युद्ध के आरंभ में, कौरवों के सेनापति भीष्म पितामह के शौर्य की प्रशंसा करते हुए दुर्योधन ने सभी योद्धाओं को उनके सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी। दुर्योधन ने कहा: श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 11 अयनेषु च सर्वेषु यथाभागमवस्थिताः ।भीष्ममेवाभिरक्षन्तु भवन्तः सर्व एव … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 10 – गीता अध्याय 1 श्लोक 10 अर्थ सहित – अपर्याप्तं तदस्माकं बलं…..

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 10 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 10 in Hindi): महाभारत, जो भारतीय पौराणिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, कई युद्ध रणनीतियों और नायकों की कहानियों से भरी हुई है। इस महाकाव्य में, दुर्योधन का एक प्रमुख दृष्टिकोण है जो उसकी सेना और पांडवों की सेना की तुलना करता है। दुर्योधन का यह … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 9 – गीता अध्याय 1 श्लोक 9 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 9 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 9 in Hindi): महाभारत के युद्ध में दुर्योधन के प्रमुख योद्धाओं की विशेषताएँ और उनकी युद्धकला का वर्णन। जानिए कैसे दुर्योधन ने अपने गुरु द्रोणाचार्य को कौरवों का पक्ष लेने के लिए प्रेरित किया और अपनी सेना की श्रेष्ठता को सिद्ध किया। श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Sloka 8 – गीता अध्याय 1 श्लोक 8 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 8 (Bhagwat Geeta adhyay 1 sloka 8 in Hindi): महाभारत, भारतीय महाकाव्य, जिसमें युद्ध की अनेक कहानियाँ और वीरों की गाथाएँ हैं। इसमें कई महायोद्धाओं का वर्णन है, जो अपने शौर्य और पराक्रम से इतिहास के पन्नों में अमर हो गए। इन युद्धवीरों का उल्लेख करते हुए दुर्योधन गीता अध्याय 1 श्लोक 8 … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 7 – गीता अध्याय 1 श्लोक 7 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 7 (Bhagavad Gita Chapter 1 Verse 7 in Hindi): गीता अध्याय 1 श्लोक 7 के भावार्थ से जानिए कि कैसे दुर्योधन ने अपने सेनापति द्रोणाचार्य को ‘द्विजोत्तम’ कहकर संबोधित किया और उनकी सेना के प्रमुख योद्धाओं की विशेषताएँ। यह लेख आपको दुर्योधन की मानसिक चालाकी और उसकी सेना की शक्ति को … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 6 – गीता अध्याय 1 श्लोक 6 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 2 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 2 in Hindi): महाभारत के युद्ध में कई वीर योद्धाओं ने अपनी वीरता और पराक्रम से इतिहास रचा। इनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं युधामन्यु, उत्तमौजा, सुभद्रा के पुत्र और द्रौपदी के पुत्र। आइए जानते हैं इन महान योद्धाओं के बारे में। श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 5 – गीता अध्याय 1 श्लोक 5 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 5 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 5 in Hindi): महाभारत के युद्ध में कई महान योद्धाओं ने अपनी वीरता और धैर्य का परिचय दिया। इनमें से कुछ प्रमुख योद्धाओं के बारे में यहाँ चर्चा की जाएगी, जिन्होंने युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 5 धृष्टकेतुश्चेकितानः काशिराजश्च वीर्यवान् । पुरुजित्कुन्तिभोजश्च … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 4 – गीता अध्याय 1 श्लोक 4 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 4 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 4 in Hindi): महाभारत के युद्ध में भीम और अर्जुन के समान महायोद्धाओं की वीरता अद्वितीय थी। महारथी युयुधान, विराट और द्रुपद जैसे योद्धा युद्ध में अपने कौशल और शक्ति से दुश्मनों को परास्त करते थे। दुर्योधन को इन योद्धाओं से विशेष चिंता थी, क्योंकि ये सभी … Read more

Bhagavad Gita Chapter 1 Verse-Shloka 3 – गीता अध्याय 1 श्लोक 3 अर्थ सहित

श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 3 (Bhagwat Geeta adhyay 1 shlok 3 in Hindi): इस लेख में जानें, कैसे द्रुपद के पुत्र धृष्टद्युम्न ने पाण्डवों की सेना को व्यवस्थित किया और दुर्योधन ने द्रोणाचार्य को युद्ध में सावधान रहने की चेतावनी दी। महाभारत की इस महत्वपूर्ण घटना की पूरी जानकारी। श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 1 श्लोक 3 पश्यैतां पाण्डुपुत्राणामाचार्य … Read more

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